रहाणे कैसे बने करोड़ों भारतीय फैंस की उम्मीद: 17-महीने टीम से बाहर रहे, अब WTC-फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को विकेट के लिए तरसाया

लंदन11 मिनट पहले

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अजिंक्य रहाणे… विदेशी जमीन पर टेस्ट में भारतीय क्रिकेट टीम की रीढ़ बन चुका ये खिलाड़ी 2022 के बाद से गायब हो गया। भारत ने श्रीलंका, इंग्लैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया तक के खिलाफ टेस्ट खेले, लेकिन 35 साल के रहाणे का नाम प्लेइंग-11 तो दूर स्क्वॉड तक में नजर नहीं आया।

अब उसी प्लेयर ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल के सबसे बड़े मंच पर एक पारी से करोड़ों भारतीयों के दिल में मैच जीतने की उम्मीद जगा दी। रहाणे ने 71 रन पर 4 विकेट गिरने के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 89 रन बनाए और टीम का स्कोर 300 के करीब पहुंचा दिया।

टेस्ट के शुरुआती 2 दिन जो फैंस और साथी खिलाड़ी लगभग हार मान चुके थे, रहाणे ने तीसरे दिन उन सभी के मन में कैसे उम्मीद जगाई, इसे ही हम आगे स्टोरी में समझेंगे। साथ ही जानेंगे कि लगातार खराब परफॉर्मेंस के कारण टीम इंडिया से बाहर होने के बाद उन्होंने किस तरह वापसी की और आगे इस खिलाड़ी का करियर किस करवट बैठते नजर आ रहा है।

सबसे पहले जानते हैं रहाणे टीम से बाहर क्यों हुए थे?
11 जनवरी 2022 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहान्सबर्ग टेस्ट की 2 पारियों में रहाणे ने 1 और 9 रन बनाए। टीम मैच हार गई, ये सीरीज का आखिरी टेस्ट था और टीम इंडिया को 2-1 से हारकर घर लौटना पड़ा। इस सीरीज के बाद विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ दी और लंबे समय तक टेस्ट टीम के उप कप्तान रहे रहाणे को टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया।

तब टीम इंडिया के चीफ सिलेक्टर रहे चेतन शर्मा ने सीरीज के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने ईशांत शर्मा, ऋद्धिमान साहा और अजिंक्य रहाणे जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को लेकर कहा कि अब मैनेजमेंट इनके सिलेक्शन पर विचार नहीं करेगा। वे इनके रिप्लेसमेंट तैयार करने पर फोकस कर रहे हैं।

15 टेस्ट तक शतक नहीं आया था
सिलेक्टर के फैसले के पीछे मजबूत वजह यह थी कि रहाणे ने दिसंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट में शतक के बाद लगातार खराब परफॉर्म किया। मेलबर्न टेस्ट उसी ऑस्ट्रेलिया सीरीज में खेला गया, जिसे टीम इंडिया ने कोहली की गैरमौजूदगी में रहाणे की ही कप्तानी के बाद 2-1 से जीता था।

आखिरी शतक के बाद उन्होंने घरेलू और विदेशी जमीन पर अलग-अलग टीमों के खिलाफ 15 टेस्ट खेले। लेकिन एक में भी शतक नहीं लगा सके। उन्होंने 3 फिफ्टी लगाईं, लेकिन 20.25 के खराब औसत से 547 रन ही बना सके। ऐसे में मैनेजमेंट को उन्हें बाहर कर नए खिलाड़ियों को मौका देना पड़ा।

9 टेस्ट मैच मिस किए
साउथ अफ्रीका सीरीज के बाद रहाणे ने इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला। इस दौरान टीम इंडिया ने श्रीलंका (2), इंग्लैंड (1), बांग्लादेश (2) और ऑस्ट्रेलिया (4) के खिलाफ कुल 9 टेस्ट खेल लिए, लेकिन किसी भी सीरीज या मैच के स्क्वॉड में रहाणे को जगह नहीं दी गई।

इस दौरान नंबर-5 पर श्रेयस अय्यर ने अच्छा परफॉर्म किया। अय्यर की गैरमौजूदगी में टी-20 स्पेशलिस्ट सूर्यकुमार यादव तक को मौका मिल गया, लेकिन रहाणे का नाम नहीं आया।

घरेलू क्रिकेट में परफॉर्म किया
इंटरनेशनल क्रिकेट में साइड-लाइन किए जाने के बाद रहाणे ने मुंबई से घरेलू क्रिकेट खेलना जारी रखा। उन्होंने 2021-22 में 3 मैच खेले, इनमें एक शतक और एक फिफ्टी की मदद से 185 रन बनाए। टीम फाइनल तक पहुंची, लेकिन मध्य प्रदेश से हार गई।

2022-23 के रणजी सीजन में उन्होंने मुंबई की कप्तानी की। रहाणे ने इस बार 7 मैचों में 2 शतक और एक फिफ्टी की मदद से 634 रन बनाए। इनमें एक दोहरा शतक भी शामिल रहा। घरेलू क्रिकेट में अच्छा परफॉर्म करने के बावजूद उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होम टेस्ट सीरीज में मौका नहीं मिला।

IPL में तेजी से रन बनाए
घरेलू क्रिकेट में अच्छा परफॉर्म करने के बाद IPL मिनी ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स ने रहाणे को 50 लाख की बेस प्राइस पर खरीद लिया। सभी को लगा कि रहाणे टीम में जगह नहीं बना पाएंगे, उन्हें CSK बेंच पर ही बैठा कर रखेगी। शुरुआती मैचों में ऐसा ही हुआ भी, लेकिन टीम के तीसरे लीग मैच में उन्हें मोईन अली की जगह मौका मिला। मोईन बीमारी के कारण नहीं खेल सके।

रहाणे ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ मिले मौके को भुनाया। उन्होंने महज 19 गेंद पर उस वक्त तक सीजन की फास्टेस्ट फिफ्टी लगाई और 27 गेंद पर 61 रन की पारी खेल टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया। टीम ने मैच जीता और रहाणे ने आगे के मैचों में भी अपना अच्छा फॉर्म जारी रखा।

KKR के खिलाफ लीग स्टेज में ही उन्होंने 29 गेंद पर 71 रन की नॉटआउट पारी खेल टीम का स्कोर 235 तक पहुंचा दिया। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला। उन्होंने फिर फाइनल में भी गुजरात टाइटंस के खिलाफ 13 बॉल पर 27 रन बनाए और टीम की जीत में अहम योगदान दिया। पूरे सीजन उन्होंने 16 में से 14 ही मैच खेले, लेकिन 172.49 के स्ट्राइक रेट से 326 रन बना दिए।

WTC टीम में जगह बनाई
IPL के दौरान ही टेस्ट टीम के उप कप्तान केएल राहुल चोटिल हो कर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से बाहर हो गए। श्रेयस अय्यर पहले ही इंजरी के कारण टीम से बाहर हो चुके थे। ऐसे में सिलेक्टर्स ने रहाणे के IPL फॉर्म और घरेलू क्रिकेट में अच्छे परफॉर्मेंस के आधार पर उन्हें WTC फाइनल के स्क्वॉड में शामिल कर लिया।

रहाणे ने टीम में वापसी पर कहा कि उन्हें विश्वास नहीं था कि वे वापस जगह बना पाएंगे। लेकिन वे घरेलू क्रिकेट में अच्छा करने पर ही फोकस कर रहे थे।

WTC के लिए 7 ही दिन ट्रेनिंग कर सके
रहाणे की टीम CSK ने IPL जीता, रहाणे बाकी मेंबर्स के साथ WTC का फाइनल खेलने इंग्लैंड पहुंचे। टी-20 से टेस्ट फॉर्मेट के माइंडसेट में शिफ्ट करने और तैयारी के लिए 7 दिन का ही टाइम था। रहाणे ने बाकी प्लेयर्स के साथ ट्रेनिंग की और खुद को टेस्ट मैच के लिए तैयार किया।

चोट लगी पर टिके रहे, छक्के से फिफ्टी बनाई
7 जून को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ द ओवल पर टेस्ट शुरू हुआ। टीम इंडिया ने पहले बॉलिंग की और ऑस्ट्रेलिया ने 469 रन का विशाल स्कोर बना दिया। दूसरे ही दिन टीम इंडिया का टॉप-ऑर्डर बिखर गया, टीम ने 71 रन पर 4 विकेट गंवा दिए। रवींद्र जडेजा के साथ रहाणे खड़े रह गए।

रहाणे को दूसरे ही दिन बैटिंग करते हुए उंगली में चोट लग गई। उन्होंने बैंडेज लगाकर बैटिंग की और जडेजा के साथ 71 रन की पार्टनरशिप की। दूसरे ही दिन जडेजा आउट हो गए, तीसरे दिन की दूसरी बॉल पर विकेटकीपर भरत भी चलते बने। रहाणे ने फिर शार्दूल ठाकुर के साथ पारी आगे बढ़ाई। उन्होंने पैट कमिंस की बॉल पर चौका और छक्का लगाकर कमबैक मैच में फिफ्टी पूरी की।

रहाणे को पहली पारी में उंगली पर बॉल लगी। वह चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में फील्डिंग नहीं कर सके, लेकिन भारत के लिए बैटिंग पूरी जान लगाकर की।

रहाणे को पहली पारी में उंगली पर बॉल लगी। वह चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में फील्डिंग नहीं कर सके, लेकिन भारत के लिए बैटिंग पूरी जान लगाकर की।

शार्दूल के साथ सेंचुरी पार्टनरशिप
फिफ्टी पूरी करने के बाद भी रहाणे ने खास सेलिब्रेशन नहीं किया। उन्होंने काउंटर अटैक किया और शार्दूल के साथ 109 रन की पार्टनरशिप कर भारत का स्कोर 152 पर 6 से 250 के पार पहुंचा दिया।

शॉट खेलने में आउट हुए, भारत ने फॉलो-ऑन बचाया
89 रन के स्कोर पर रहाणे ने कट शॉट खेला, लेकिन गली पोजिशन पर खड़े कैमरन ग्रीन ने एक हाथ से फ्लाइंग कैच पकड़ लिया। रहाणे जब आउट हुए तब टीम इंडिया फॉलो-ऑन बचाने से 9 रन दूर थी। रहाणे का साथ दे रहे शार्दूल ने तेजी से रन बनाकर फॉलो-ऑन का खतरा टाला। उन्होंने फिफ्टी बनाई और टीम का स्कोर 296 तक ले गए।

ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी में 173 रन की लीड मिली, जो एक समय तक 250 से ज्यादा रन की हो सकती थी। लेकिन रहाणे की पारी और उनकी 2 पार्टनरशिप की बदौलत कम हो गई। जो फाइट टीम से शुरुआती 2 दिन तक देखने को नहीं मिली, रहाणे की बैटिंग के बाद तीसरे दिन वो नजर आई। बॉलर्स ने भी पूरी जान लगाई और दिन का खेल खत्म होने तक 120 के स्कोर पर 4 ऑस्ट्रेलियाई बैटर्स को पवेलियन भेज दिया।

2 दिन का खेल और बाकी है, अभी भी टीम इंडिया मैच में पीछे है, लेकिन तीसरे दिन सभी डिपार्टमेंट में जिस तरह का खेल प्लेयर्स ने दिखाया, उससे फैंस को जीत की छोटी सी उम्मीद जरूर मिल गई। जिसकी नींव कमबैक-मेन रहाणे की पारी ने ही रखी।

टीम मेन हैं रहाणे- रवि शास्त्री
टीम इंडिया के पूर्व कोच और कॉमेंटेटर रवि शास्त्री ने WTC फाइनल के दौरान कहा कि रहाणे एक टीम प्लेयर हैं। टीम की जरूरत के लिए वह सबकुछ कर सकते हैं, अगर वे प्लेइंग-11 का हिस्सा नहीं रहे तो वे खिलाड़ियों के लिए ड्रिंक्स ले जाकर भी खुश रहेंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पारी ने उनकी गेम क्लारिटी को एक बार फिर सबके सामने रख दिया।

पहले भी खेल चुके हैं कई उपयोगी पारियां
आउट ऑफ फॉर्म होने से पहले रहाणे ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न में शतक लगाया था। लेकिन रहाणे कि ये कोई एकमात्र पारी नहीं थी, जिसमें उन्होंने टीम को मुश्किल परिस्थिति से निकाला हो। रहाणे इससे पहले साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, श्रीलंका और वेस्टइंडीज के खिलाफ भी ऐसी ही पारियां खेल चुके हैं।

वेस्टइंडीज दौरे पर भी होंगे सिलेक्ट
WTC के बाद टीम इंडिया करीब एक महीने तक इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेलेगी। फिर 11 जुलाई से वेस्टइंडीज दौरा शुरू होगा, जहां हम तीनों फॉर्मेट की सीरीज खेलेंगे। रहाणे ने जिस तरह की परफॉर्मेंस ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दी है, ऐसे में उन्हें भी इस दौरे पर जगह मिलना लगभग कन्फर्म ही माना जा रहा है।

अय्यर के फिट होने पर क्या होगा?
श्रेयस अय्यर ने अप्रैल में सफल सर्जरी कराई थी। उम्मीद है कि वे जुलाई या अगस्त तक वापसी करेंगे, अगर वे टीम इंडिया में लौटे तब भी रहाणे के फॉर्म को देखते हुए उन्हें स्क्वॉड में जगह मिलना कन्फर्म माना जा रहा है। क्योंकि ऐसे में टीम इंडिया के पास मिडिल ऑर्डर बैटर के रूप में 2 अच्छे ऑप्शन रहेंगे।

वनडे वर्ल्ड कप में भी बना सकते हैं जगह
रहाणे ने टीम इंडिया के लिए टी-20 फॉर्मेट से डेब्यू किया, फिर वनडे टीम में जगह बनाई। रहाणे को सबसे आखिर में टेस्ट डेब्यू का मौका मिला, लेकिन उन्होंने टेस्ट में खुद को ज्यादा स्थापित किया। हालांकि उन्होंने भारत के लिए 90 वनडे भी खेले हैं, इनमें उन्होंने 35.26 की औसत से 2962 रन बनाए हैं।

अगर अय्यर सर्जरी से उभर कर वापसी नहीं कर पाते हैं तो रहाणे को उनकी जगह शामिल किया जा सकता है। IPL परफॉर्मेंस ने उनके अटैकिंग अप्रोच को तो सबके सामने रख ही दिया है, ऐसे में नंबर-4 पोजिशन के लिए टीम इंडिया में उन्हें सिलेक्ट करने से वनडे में भी बेहतर रिजल्ट मिल सकते हैं।

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