गावस्कर ने की न्यूट्रल अंपायर की मांग: पूर्व कप्तान ने कहा- पक्षपात के आरोप से बचने के लिए आपके पास न्यूट्रल अंपायर होने चाहिए
एक घंटा पहले
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सुनील गावस्कर
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में अंपायरिंग के स्तर (इंग्लैंड के अंपायरों) की तारीफ की है, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह न्यूट्रल अंपायर्स को देखना पसंद करेंगे। आईसीसी ने 1994 में टेस्ट मैचों में एक न्यूट्रल अंपायर और 2002 में दोनों मैदानी अंपायरों का न्यूट्रल होना अनिवार्य कर दिया था।
इसके बाद कोविड-19 की वैश्विक महामारी के दौरान यात्रा प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए आईसीसी ने अस्थायी रूप से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के सभी मुकाबलों में घरेलू अंपायरों के इस्तेमाल की अनुमति दी थी।
इसलिए न्यूट्रल अंपायर्स को देखना चाहते हैं गावस्कर
लॉर्ड्स टेस्ट के तीसरे दिन कॉमेंट्री के दौरान सुनील गावस्कर ने अपने बयान में कहा, ‘मैं अभी भी न्यूट्रल अंपायर को देखना चाहूंगा क्योंकि जब आप दो-तीन रिव्यू (DRS) को गंवा देते हैं तो कोई ऐसा फैसला हो सकता है जिससे मैच का रुख पलट जाए।’ पूर्व कप्तान ने आगे कहा, ‘पक्षपात के आरोप से बचने के लिए आपके पास न्यूट्रल अंपायर होने चाहिए।’
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी मिली थी खुशी
सुनील गावस्कर ने कहा कि, मौजूदा सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में अंपायरों द्वारा दिए गए फैसलों से खुश हूं। उन्होंने कहा, ‘इस सीरीज (भारत और इंग्लैंड के बीच) और ऑस्ट्रेलिया में अंपायरिंग की गुणवत्ता शानदार रही है। हालांकि हमारे दिनों के बारे में मैं इसके बारे ज्यादा बात नहीं कर सकता।’
मौजूदा सीरीज में ऐसा है अंपायरिंग पैनल
भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही मौजूदा टेस्ट सीरीज में माइकल गाफ और रिचर्ड इलिंगवर्थ मैदानी अंपायर है, जबकि रिचर्ड केटलबोरो थर्ड अंपायर और क्रिस बोर्ड मैच रेफरी की भूमिका निभा रहे हैं।
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