कोच ने लॉर्ड और हिटमैन को कैसे तराशा: दिनेश लाड ने रोहित को बॉलर से बैटर बना दिया, शार्दूल को अपने घर में रखकर गुर सिखाए
13 मिनट पहलेलेखक: राजेश गाबा
टी-20 वर्ल्ड कप में आज भारत और पाकिस्तान का मैच है। टीम इंडिया में रोहित शर्मा और शार्दूल ठाकुर शामिल हैं। दोनों खिलाड़ी मुंबई के स्वामी विवेकानंद इंटरनेशल स्कूल के ग्राउंड से टीम इंडिया तक पहुंचे हैं। इन्हें तराशने वाले कोच का नाम दिनेश लाड है। आइए जानते जानते हैं रोहित शर्मा और शार्दूल ठाकुर को दिनेश लाड ने कैसे पहचाना, चुना और तराशा…
ऐसे मिले रोहित और शार्दूल
लाड कहते हैं- रोहित शर्मा को मैंने एक समर कैंप के दौरान फाइनल मैच में दो ओवर गेंदबाजी करते देखा था। उसके एक्शन को देखकर मुझे लगा इसमें बहुत दम है। मैंने उसके चाचा और पेरेंट्स से कहा कि इस बच्चे को स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल स्कूल लेकर आओ। फीस सुनकर उन्होंने इनकार कर दिया। तब मैंने डायरेक्टर को रिक्वेस्ट की और उसे स्कॉलरशिप दिलवाई। ऐसे रोहित स्कूल और मुझसे जुड़ा।
लाड आगे कहते हैं- शार्दूल ठाकुर को 2006 में मुंबई में हमारी स्कूल टीम के खिलाफ खेलते हुए देखा था। तारापुर विद्या मंदिर के लिए खेलते हुए शार्दुल ने 78 रन बनाए और 5 विकेट भी झटके थे। तभी मैंने उन्हें अपनी स्कूल टीम में शामिल करने का फैसला किया।
शार्दूल को रखा अपने घर पर
लाड बताते हैं- मैंने उनके पिता से कहा कि शार्दूल में बहुत प्रतिभा है। उनके पिता ने यह कहते हुए मना कर दिया कि शार्दूल ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा हैं। पालघर से मुंबई तक का सफर ढाई घंटे से अधिक का था, जो बहुत मुश्किल था। फिर मैंने अपनी पत्नी से बात की और उनसे पूछा कि क्या हम अपने घर पर एक लड़के को रख सकते हैं, ताकि वह यहां मुंबई में खेल सके। मेरी पत्नी राजी हो गई और हम शार्दूल को अपने घर ले आए।
ऐसे बॉलर से बन गया बैट्समैन
लाड के मुताबिक- रोहित को सबसे पहले मैंने ऑफ स्पिनर के तौर पर देखा था। उसे अंडर 14 टीम में लिया। प्रैक्टिस के दौरान वो बॉलिंग करता था। अंडर 14-16 दोनों टीम में मैंने उसे बतौर बॉलर लिया। एक दिन मैंने देखा एक लड़का लगातार ड्राइव लगा रहा है, नॉक कर रहा है। तब पीछे से जाकर देखा तो वह रोहित था। मैंने उससे पूछा बैटिंग भी कर लेते हो। उसके बाद मैंने उसको मैंने 4 नंबर बैटिंग पर भेजा। बाद में उसको प्रमोट करता गया। ओपनिंग में उसने 140 रन की खेलकर दिखा दिया कि वह अच्छा बैट्समैन है। तब उसकी बैटिंग पर काम करना शुरू किया। 10वीं में उसने 15 सैंचुरी बनाई।
स्कूल से बंक मारने पर पकड़ा गया था रोहित
दिनेश आगे कहते हैं- रोहित जब 13 साल का था। तब बोरीवली में एक शिवसेवा ग्राउंड था। जिसका इनॉगरेशन करने के लिए वीरेंद्र सहवाग आने वाले थे। रोहित स्कूल से तबीयत खराब का बहाना बनाकर बंक मारकर उनसे मिलने चला गया। अगले ही दिन लोकल अखबार में वीरेंद्र सेहवाग के साथ रोहित की फोटो छपी हुई दिखी। तब वह फंस गया था।
शार्दूल ठाकुर ने अब तक खेले 21 टी20 मैचों में 31 विकेट ले चुके हैं।
सेल्फ कॉन्फिडेंस
लाड कहते हैं- एक दिन मैं और रोहित कहीं खड़े थे। वहां खड़ी मर्सडीज और बीएमडब्ल्यू गाड़ी को देखकर रोहित ने कहा- सर मैं आपको ये गाड़ी लेकर बताऊंगा। मैं हैरान था अभी खेला नहीं और गाड़ी लेगा। अंडर 19 वर्ल्ड कप क्रिकेट के बाद एक दिन रोहित का फोन आया कि सर जल्दी घर के नीचे आइए प्रॉब्लम हो गई है। मैं नीचे आया तो देखा कि अचानक एक गाड़ी सामने आकर रुकी, देखा तो उससे रोहित निकल रहा था। तब रोहित ने कहा सर मैंने कहा था आपसे- देखिए ले ली गाड़ी। उसे अपने ऊपर इतना कॉन्फिडेंस है।
रोहित और शार्दूल होंगे तुरुप के इक्के
लाड के मुताबिक- शार्दूल ने वक्त के साथ खुद को बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में पॉलिश किया। रोहित और शार्दूल दोनों टीम इंडिया के लिए तुरुप का इक्का साबित होंगे। खासकर इंडिया बनाम पाकिस्तान के हाईवोल्टेज मैच में दोनों अपना बेस्ट देंगे और हम पाकिस्तान को एक बार फिर हराएंगे।
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