IPL में यश की 5 बॉल में 5 छक्के…: मां रात भर रोती रहीं, पिता से फोन कर कहा-मेरा दिमाग फ्रीज हो गया था; अब 8 किलो वजन कम
प्रयागराज2 घंटे पहलेलेखक: अमरीश शुक्ल
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![IPL में यश की 5 बॉल में 5 छक्के…: मां रात भर रोती रहीं, पिता से फोन कर कहा-मेरा दिमाग फ्रीज हो गया था; अब 8 किलो वजन कम IPL में यश की 5 बॉल में 5 छक्के…: मां रात भर रोती रहीं, पिता से फोन कर कहा-मेरा दिमाग फ्रीज हो गया था; अब 8 किलो वजन कम](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/26/comp-24-1_1685083169.gif)
9 अप्रैल का दिन। गुजरात टाइटंस (GT) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में अंतिम ओवर का मैच चल रहा था। KKR को जीत के लिए 28 रनों की दरकार थी। इस मैच में गुजरात के रेगुलर कैप्टन हार्दिक पंड्या की जगह राशिद खान कप्तानी कर रहे थे। गुजरात के कैप्टन राशिद खान ने भरोसा करते हुए आखिरी ओवर तेज गेंदबाज यश दयाल को दिया। पहली गेंद पर यश ने एक रन दिया। इसके बाद स्ट्राइक पर रिंकू सिंह आए। रिंकू ने उनकी 5 गेदों पर 5 छक्के जड़कर KKR को मैच जीता दिया।
इसके बाद यश दयाल बीमार हो गए। 8 किलो वजन कम हो गया। यश के पिता ने बताया कि मैं यह मैच परिवार के साथ देख रहा था। यश की खराब परफार्मेंस से सभी ने माथा पकड़ लिया। यश की मां का तो बुरा हाल हो गया। वो बस रोती रहीं। रातभर सोईं नहीं। उस दिन किसी ने खाना नहीं खाया। मैच के बाद यश ने फोन कर कहा कि उसका दिमाग फ्रीज हो गया था। प्रेशर में गेंद कहीं डाल रहा था और पड़ कहीं और रही थी।
- 5 गेंदों पर 5 छक्के लगने के पीछे की क्या कहानी है? इसे जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम ने प्रयागराज के क्रिकेटर के पिता और उनकी मां से बात की….
यश को मैच के पहले से बुखार था, उसने बताया नहीं
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दैनिक भास्कर को यश के पिता चंद्र पाल दयाल ने बताया, ”उसे 8 अप्रैल को मैच के एक दिन पहले से बुखार था। यह बात या तो मुझे पता थी या फिर यश को। उसने इसे छिपा लिया। कोच को नहीं बताया, जैसा कि अक्सर खिलाड़ी करते हैं। मैं भी क्रिकेटर रहा हूं। हमने भी ऐसा इस डर से किया है कि बता दिया तो मैच से बाहर हो जाऊंगा। अगले दिन 9 अप्रैल को उसका बुखार बढ़ गया। बावजूद इसके उसने खेला। महत्वपूर्ण मैचों में उसे सेकेंड लास्ट ओवर डालने को दिया जाता है। पर इस निर्णायक मैच में उसे आखिरी ओवर दिया गया।
एक तो खचाखच भरे स्टेडियम में आखिरी ओवर डालने का प्रेशर, ऊपर से तबीयत खराब। मुझे लगता है कि यश ने जो यार्कर डाली वह बाउंसर हो गई। वह जिस गति से गेंद डालता है, उस स्पीड से डाल भी नहीं पाया। हम अपने परिवार के साथ प्रयागराज में मैच देख रहे थे। जैसे-जैसे छक्के पड़ रहे थे। हम सब यहां छटपटा रहे थे, पर क्या कर सकते थे। कुछ समझ में नहीं आ रहा था।”
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यश ने कहा-पापा मेरा दिमाग फ्रीज हो गया था
चंद्र पाल दयाल ने बताया कि यश ने मुझे फोन पर बताया कि अंतिम ओवर में पहला छक्का पड़ने के बाद सभी खिलाड़ियों ने उसको घेर लिया। कैप्टन सहित सभी समझा रहे थे कि कैसे बची हुई गेंदों को डालना है। खचाखच भरे स्टेडियम का शोर और खराब पड़ रही गेंदों के नाते मेरा दिमाग ही फ्रीज हो गया था। प्रेशर में मैं गेंद कहीं डाल रहा था और पड़ कहीं और रही थी। नतीजा हम मैच हार गए। इस बात का बहुत दुख रहा। पहले से बुखार था ही मैच के बाद उसने और जोड़ पकड़ लिया।
![केकेआर के खिलाफ गेंद डालते यश दयाल।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/26/new-project-62_1685074381.jpg)
केकेआर के खिलाफ गेंद डालते यश दयाल।
यह पार्ट ऑफ द गेम है बेटा….
चंद्र पाल कहते है कि बेटी की खराब परफार्मेंस को देखकर पत्नी रोने लगी थी, मैंने किसी तरह राधा को समझाया। मां राधा दयाल ने बताया कि हम अपने दुख को बेटे के साथ नहीं शेयर कर सकते थे। हमारी जब उससे बात हुई तो हमने कहा कि यह पार्ट ऑफ द गेम है बेटा। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन के जीवन में भी ऐसे अवसर आए हैं। इसे भूल जाओ। तुम बहुत अच्छा करोगे। अपने गम को भुलाकर इस तरह से उसकी हिम्मत बंधाई।
![अपनी मां राधा दयाल और बहनों के साथ प्रयागराज में यश दयाल।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/26/new-project-61_1685074391.jpg)
अपनी मां राधा दयाल और बहनों के साथ प्रयागराज में यश दयाल।
राधा ने कहा- आप यश के पास जाओ उसे आपकी जरूरत है
यश के पिता ने बताया कि मैच हारने के बाद यश की मां राधा ने कहा कि इस समय वो बहुत स्ट्रेस और दबाव महसूस कर रहा होगा। उसकी तबीयत भी ठीक नहीं है। आप उसके पास चले जाओ। उसे इमोशनल सपोर्ट की जरूरत है। अगले दिन 10 अप्रैल को मैं दिल्ली पहुंच गया और वहां से मोहाली। यश को मिला तो उसे तेज बुखार था। गले मिलाया। कहा सब नॉर्मल है। ये सब खेल में होता रहता है। तुम स्ट्रेस मत लो। डॉक्टर से मिला।
बेटा 12 दिन लिक्विड डाइट पर रहा
बुखार नहीं उतर रहा था। हम लोग उसे मैक्स चंडीगढ़ ले गए। पूरा चेकअप हुआ। डॉक्टर ने बताया कि वायरल है। उसे हाई एंटीबायोटिक दवाओं की डोज दी गई, जिससे उसके मुंह में बहुत छाले पड़ गए। वह 12 दिन तक रोटी और चावल का एक दाना भी नहीं खा पा रहा था। छालों के नाते उसे लिक्विड डाइट पर रखा गया। यही कारण है कि उसका पर डे एक किलो के हिसाब से वजन कम होता गया। तबीयत खराब होने के कारण उसे मैच से बाहर रहना पड़ा। मीडिया में खबरें आईं कि खराब परफामेँँस के कारण उसे बाहर कर दिया गया, जबकि ऐसा नहीं था। वह खेलने के लायक ही नहीं था।
![IPL के पिछले सीजन में विकेट चटकाने के बाद यश का हौसला अफजाई करते खिलाड़ी।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/26/new-project-60_1685074400.jpg)
IPL के पिछले सीजन में विकेट चटकाने के बाद यश का हौसला अफजाई करते खिलाड़ी।
पिता चंद्र पाल दयाल ने बताया, ”उन्होंने भी यश दयाल के साथ ही चाटर्ड प्लेन में उसके साथ सफर किया। कोच आशीष नेहरा और कैप्टन हार्दिक पांड्या से बात की। सभी खिलाड़ी साथ रहे पर किसी ने पांच बाल पर पांच छक्के की बात ही नहीं की। बस सभी उसका उत्साह ही बढ़ाते रहे। उसकी सेहत के बारे में अपडेट लेते रहे। इस स्ट्रेस से उबरने में सभी ने उसका भरपूर साथ दिया। आशीष नेहरा ने कहा कि मेरे साथ भी ऐसा हुआ है। इट्स ए पार्ट ऑफ गेम।”
![यश दयाल अपनी सटीक यार्कर और बाउंसर्स के लिए जाने जाते हैं।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/26/new-project-58_1685074409.jpg)
यश दयाल अपनी सटीक यार्कर और बाउंसर्स के लिए जाने जाते हैं।
15 मई को हुई यश की वापसी
यश दयाल को पूरी तरह से फिट होने में लगभग एक महीने बीत गए। उसकी 15 मई को वापसी हुई। सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 15 मई को मैच खेला। इस मैच में परफार्मेंस ठीक-ठाक ही रहा। 21 मई को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ उसे बैठाया गया। उसकी जगह दर्शन नालखंडे को खिलाया गया। इस समय यश अपने गेम पर पूरा फोकस कर रहा है। हम लोगों से भी बहुत कम बात हो पाती है।
![पिछले सीजन में यश ने गुजरात टाइटंस के लिए 11 विकेट चटकाए थे।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/26/new-project-57_1685074420.jpg)
पिछले सीजन में यश ने गुजरात टाइटंस के लिए 11 विकेट चटकाए थे।
IPL 2023 के तीनों मुकाबलों में एक भी विकेट नहीं
माना जा रहा था कि दबाव वाली परिस्थिति को न झेल पाने के कारण ही यश को गुजरात की प्लेइंग-11 से बाहर रखा गया है। हालांकि उसकी तबीयत खराब होने और वायरल होने की बात खुद हार्दिक पांड्या ने मीडिया से कही थी। इस सीजन में यश के परफॉर्मेंस की बात की जाए तो IPL 2023 के तीनों मुकाबलों में उसे एक भी विकेट नसीब नहीं हुआ है। KKR के खिलाफ मैच के आखिरी ओवर में जिस तरह उनकी धुनाई हुई संभवतः यह उनके करियर का सबसे बुरा पल रहा होगा। यश उसे बुरे सपने की तरह भूलकर इससे उबरने की कोशिश में हैं।
![25 साल के यश दयाल प्रयागराज के रहने वाले हैं।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/26/new-project-56_1685074432.jpg)
25 साल के यश दयाल प्रयागराज के रहने वाले हैं।
पिछले सीजन में चमके थे यश दयाल
प्रयागराज के लूकरगंज के रहने वाले 25 वर्षीय तेज गेंदबाज यश दयाल IPL के पिछले सीजन में गुजरात टाइटंस के लिए अहम गेंदबाज साबित हुए थे। यश ने IPL 2022 में 9 मैचों में 11 विकेट चटकाकर अपनी धारदार गेंदबाजी का लोहा मनवाया था। अगर इकॉनमी रेट की बात की जाए, तो यह पिछले सीजन में भी ज्यादा रहा था। उन्होंने प्रति ओवर 9 से ज्यादा रन लुटाए थे।
![यश दयाल उभरते हुए तेज गेंदबाज हैं।](https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2023/05/26/new-project-63_1685074444.jpg)
यश दयाल उभरते हुए तेज गेंदबाज हैं।
KKR ने लिखा- ‘आप एक चैंपियन हैं, और जबरदस्त वापसी करने वाले हैं’
जब चारों ओर यश दयाल की लचर गेंदबाजी की आलोचना हो रही थी। सोशल मीडिया में यश के खराब परफार्मेंस की भरमार थी। इसी बीच उनकी विरोधी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स ने एक पोस्ट शेयर किया। कोलकाता ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर यश दयाल की तस्वीर शेयर कर उनका हौसला बढ़ाया था। KKR ने लिखा, ‘चिन अप, लैड। बस ऑफिस में एक मुश्किल दिन। ऐसा क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ भी होता है। आप एक चैंपियन हैं, और जबरदस्त वापसी करने वाले हैं।’
140 से अधिक स्पीड से करते हैं गेंदबाजी
25 साल के यश दयाल के पिता चंद्रपाल दयाल भी क्रिकेटर रहे हैं। यश 140 या उससे अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। उन्होंने सितंबर 2018 में विजय हजारे ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के लिए खेला था और 3.77 के इकोनॉमी रेट से और 17.35 की औसत से 14 विकेट चटकाए थे। यस दयाल ने 1 नवंबर 2018 को रणजी ट्रॉफी में उत्तर प्रदेश के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया था। IPL में गुजरात टाइटंस की टीम की विजय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद यश दयाल क्रिकेट की दुनिया में चर्चा में आए।
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5 साल की उम्र में शुरू की थी क्रिकेट
यस के पिता चंद्र पाल भी क्रिकेटर बनना चाहते थे, लेकिन पैसे के अभाव में वह अपना सपना पूरा नहीं कर सके। इसके बाद अपने सपने को चंद्र पाल अपने बेटे में देखने लगे। उसे सफल बनाकर वह अपना सपना पूरा करना चाहते थे। यही कारण था कि चंद्र पाल ने अपने बेटे यश दयाल को 5 साल की उम्र में ही क्रिकेट सिखाना शुरू कर दिया था।
यश ने 15 साल की उम्र में मदन मोहन मालवीय क्रिकेट एकेडमी इलाहाबाद से क्रिकेट सीखने की शुरुआत की। हर्षल अंडर-19 में ऐक्स्ट्रा बॉलर के रूप में टीम का हिस्सा बने, लेकिन एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला। यह दयाल निराश नहीं हुए। लगे रहे। कड़ी मेहनत की और अंडर-23 में खेलने का मौका मिल गया।
यश की जिंदगी में उस समय बड़ा बदलाव आया जब उनका सिलेक्शन रणजी ट्रॉफी में हुआ। यश दयाल ने मध्य प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए रणजी ट्रॉफी में 8 विकेट चटकाए। इस मैच के बाद क्रिकेट की दुनिया में यश दयाल की गेंदबाजी की चर्चा होने लगी।
मुंबई इंडियंस के ट्रायल में नहीं हुआ था सिलेक्शन
यश दयाल के पिता ने बताया कि यश ने IPL में करियर बनाने की शुरुआत मुंबई इंडियंस के लिए ट्रायल देकर की थी। हालांकि उनको मुंबई इंडियंस में नहीं चुना गया था। IPL 2022 में यश की बोली 20 लाख रुपए से शुरू हुई और 3.20 करोड़ में गुजरात टाइटंस ने साइन किया था। यश को 2022 के IPL में पहली बार बतौर गेंदबाज खेलने का मौका मिला था। अब IPL सीजन 2023 में भी गुजरात टाइटंस की ओर से खेल रहे हैं।
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