2022 में कोहली, रूट और विलियमसन ने छोड़ी कप्तानी: लीडरशिप से टॉप पर पहुंचाया; जानें इनके जाने से टीमों पर क्या असर पड़ा
स्पोर्ट्स डेस्क13 मिनट पहले
न्यूजीलैंड के केन विलियमसन ने 15 दिसंबर की सुबह 3 बजे टेस्ट से कप्तानी छोड़ दी। वे लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में कप्तानी करते रहेंगे। उनकी जगह तेज गेंदबाज टिम साउदी को नया टेस्ट कप्तान बनाया गया। विलियमसन के अलावा इंग्लैंड के जो रूट और भारत के विराट कोहली ने भी इसी साल टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया के स्टीवन स्मिथ ने कप्तानी से बैन लगने के बाद इस साल पहली बार कंगारू टेस्ट टीम की कमान संभाली। खबर में आगे हम जानेंगे कि फैब-4 यानी मॉडर्न-डे क्रिकेट के 4 बेस्ट प्लेयर्स की कप्तानी में उनकी टीमों ने कैसा प्रदर्शन किया। उन्होंने खुद अपनी कप्तानी में कैसा परफॉर्म किया। साथ ही चारों प्लेयर्स के कप्तान नहीं रहने से उनकी टीमों पर क्या असर पड़ा और आगे क्या असर पड़ता नजर आ रहा है…
सबसे पहले समझते हैं फैब-4 क्या है?
‘फैब-4’ क्रिकेट एक्सपर्ट्स द्वारा दी गई एक टर्म है। अंग्रेजी में इसका फुल फॉर्म ‘फैबुलस-4’ होता है। मॉडर्न डे क्रिकेट के टॉप-4 बेस्ट बैटर्स को ‘फैब-4’ का हिस्सा माना जाता है। 2013 से अब तक भारत के विराट कोहली, न्यूजीलैंड के केन विलियमसन, ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और इंग्लैंड के जो रूट इसका हिस्सा रहे। पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान के बाबर आजम और ऑस्ट्रेलिया के मार्नस लाबुशेन को भी इस लिस्ट में शामिल किया जाने लगा है।
फैब-4 के चारों ही प्लेयर्स पिछले कुछ सालों से अपने-अपने देश और दुनिया के टॉप बैटर्स भी रहे हैं। इन सभी ने इस दौरान क्रिकेट के सबसे चैलेंजिंग फॉर्मेट टेस्ट क्रिकेट में अपनी टीम की कमान संभाली। सबसे अहम बात ये है कि 2022 के खत्म होते-होते चारों ही खिलाड़ी अपनी-अपनी टेस्ट टीम के कप्तान नहीं हैं। अब चारों ही कप्तानों के प्रदर्शन पर बात करते हैं…
केन विलियमसन, न्यूजीलैंड : 15 दिसंबर 2022
कप्तानी छोड़ने में सबसे नया नाम न्यूजीलैंड के केन विलियमसन का है। 15 दिसंबर की सुबह 10 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 3 बजे) विलियमसन ने न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम की टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे दिया। वह 20 और 50 ओवर के फॉर्मेट में टीम की कप्तानी करते रहेंगे। ब्रैंडन मैक्कुलम के रिटायर होने के बाद 2016 में उन्हें टेस्ट कप्तानी मिली थी।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जिताई
32 साल के विलियमसन ने 40 टेस्ट में न्यूजीलैंड की कप्तानी की। 22 में जीत दिलाई और 10 में टीम को हार मिली। इस दौरान 8 टेस्ट ड्रॉ रहे। उन्होंने 2021 में पहली बार हुई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में टीम को चैंपियन भी बनाया। इंग्लैंड में खेले गए फाइनल में उनकी टीम ने भारत को 8 विकेट से हराया था।
न्यूजीलैंड को स्टीफन फ्लेमिंग ही उनसे ज्यादा टेस्ट जिता सके। फ्लेमिंग ने 80 टेस्ट में 27 बार न्यूजीलैंड को जिताया था। विलियमसन ने विदेश में भी 18 बार न्यूजीलैंड की कप्तानी की। 6 में जीत और 9 में टीम को हार मिली। इस दौरान 3 टेस्ट ड्रॉ भी रहे।
अपनी कप्तानी में 57.43 के औसत से रन बनाए
केन विलियमसन 88 टेस्ट मैचों में 52.62 के औसत से 7368 रन बना चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 24 शतक और 33 अर्धशतक जड़े। वहीं, खुद की कप्तानी के 40 मैचों में बैटिंग करते हुए विलियमसन ने 57.43 के औसत से 3331 रन बनाए। इनमें 11 शतक और 14 अर्धशतक लगाए।
अब आगे क्या होगा न्यूजीलैंड का?
विलियमसन की जगह 34 साल के तेज गेंदबाज टिम साउदी न्यूजीलैंड के नए टेस्ट कप्तान होंगे। विकेटकीपर टॉम लैथम उपकप्तान बनाए गए। 26 दिसंबर से टीम को पाकिस्तान में 2 टेस्ट की सीरीज खेलनी है। न्यूजीलैंड इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप से बाहर हो चुका है। आने वाले मैचों के रिजल्ट से तय होगा कि WTC जिताने वाले विलियमसन के टेस्ट कप्तान नहीं रहने से टीम पर क्या असर पड़ा।
जो रूट, इंग्लैंड : 15 अप्रैल 2022
इंग्लैंड के जो रूट ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1-0 से टेस्ट सीरीज हारने के बाद 15 अप्रैल 2022 को टेस्ट कप्तानी छोड़ दी। एलिस्टेयर कुक के बाद 6 जुलाई 2017 को रूट ने पहली बार टेस्ट में इंग्लैंड की कप्तानी की थी। 5 साल तक 64 मैचों में कप्तानी के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।
इंग्लैंड के सबसे सफल कप्तान
31 साल के रूट ने 64 टेस्ट में इंग्लैंड की कप्तानी की। 27 में जीत और 26 में टीम को हार मिली। वहीं, 11 टेस्ट ड्रॉ रहे। इंग्लैंड का कोई भी कप्तान टीम को उनसे ज्यादा टेस्ट नहीं जिता सका। माइकल वॉन ने इंग्लैंड को 26 टेस्ट जिताए थे। विदेश में कप्तानी करते हुए रूट ने टीम को 33 में से 10 टेस्ट जिताए। इस दौरान टीम को 17 में हार मिली और 6 टेस्ट ड्रॉ रहे।
टेस्ट के पीक फॉर्म में रूट
अपनी टेस्ट कप्तानी के 64 मैचों में रूट ने 46.44 के औसत से 5295 रन बनाए। इनमें 14 शतक और 26 फिफ्टी शामिल हैं। 2022 के 14 टेस्ट में तो वह 5 शतक लगाकर 1098 रन बना चुके हैं। ओवरऑल 126 टेस्ट में उन्होंने 49.66 के औसत से 10,629 रन बनाए हैं। इनमें 28 शतक और 55 फिफ्टी शामिल हैं। इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने में उनसे आगे एलिस्टेयर कुक ही हैं। कुक ने इंग्लैंड के लिए 161 टेस्ट में 12472 रन बनाए थे।
स्टोक्स ला रहे इंग्लिश क्रिकेट में क्रांति
मार्च 2022 में विंडीज से सीरीज हारने के बाद टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की रेस से बाहर हो गई। इंग्लैंड को इसके बाद घर में न्यूजीलैंड, भारत और साउथ अफ्रीका से टेस्ट खेलने थे। जो रूट की जगह ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को नया कप्तान बनाया गया।
कप्तान बनते ही स्टोक्स ने न्यूजीलैंड को 2-0 और साउथ अफ्रीका को 2-1 से हरा दिया। भारत के खिलाफ भी घर में टेस्ट मैच जीता। वहीं, अब पाकिस्तान के खिलाफ पाकिस्तान में टीम को 3 टेस्ट की सीरीज के शुरुआती 2 मैच जिता चुके हैं। इन रिजल्ट से साफ है कि रूट के जाने के बाद भी इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट टीम की कमान बेहतर हाथों में है।
विराट कोहली, भारत : 15 जनवरी 2022
भारत के बेस्ट टेस्ट कैप्टन विराट कोहली ने 15 जनवरी 2022 को कप्तानी छोड़ कर इंडियन क्रिकेट फैंस समेत क्रिकेटिंग वर्ल्ड को भी सदमे में डाल दिया। टेस्ट क्रिकेट में 5 बॉलर्स और मैच जीतने के लिए 20 विकेट को जरूरी मानने वाले विराट ने 9 दिसंबर 2014 को पहली बार टेस्ट में भारत की कमान संभाली। उसी साल 30 दिसंबर को एमएस धोनी ने टेस्ट से संन्यास ले लिया। कोहली को भारत का फुल टाइम टेस्ट कप्तान बनाया गया। उसके बाद जो हुआ, वो इतिहास बन गया।
68 में से 40 मैच जिताए
विराट ने 68 टेस्ट में भारत की कप्तानी की। इनमें 40 में जीत और 17 में हार मिली। इस दौरान 11 टेस्ट ड्रॉ रहे। अपनी कप्तानी में ही वे टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक ले गए। ऑस्ट्रेलिया में 2 बार टेस्ट सीरीज जिताई। इतना ही नहीं साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड में भी 2-2 टेस्ट मैच जिताए। ICC ने कोहली को ही 2010-19 दशक की बेस्ट टेस्ट टीम का कप्तान रखा था।
ICC ने विराट कोहली को 2019 में दशक की बेस्ट टीम का कप्तान रखा था। उस टीम में भारत के 2, इंग्लैंड के 4, ऑस्ट्रेलिया के 2 और न्यूजीलैंड-श्रीलंका-साउथ अफ्रीका के एक-एक खिलाड़ी को जगह मिली थी।
सेना देशों में सबसे सफल एशियाई
विराट ने 24 बार सेना देशों में भारत की कप्तानी की। सेना यानी साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया। विराट ने 7 बार टीम को जीत दिलाई। 14 में टीम को हार मिली और 7 टेस्ट ड्रॉ रहे। सेना देशों में टेस्ट जीतने वाले एशिया के कप्तानों में उनके बाद पाकिस्तान के जावेद मियांदाद और वसीम अकरम आते हैं। दोनों ने 4-4 टेस्ट जिताए थे।
ओवरऑल चौथे सबसे सफल कप्तान
कोहली ने विदेश में 37 बार टीम की कप्तानी की। 16 में जीत और 15 में टीम को हार मिली। 6 टेस्ट ड्रॉ रहे। इनमें वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ उनके घर में सीरीज जीत शामिल हैं। ओवरऑल 68 में से 40 टेस्ट में जीत विराट को दुनिया का चौथा सबसे सफल टेस्ट कप्तान बनाती है। उनसे आगे ऑस्ट्रेलिया के स्टीव वॉ (41), रिकी पोंटिंग (48) और साउथ अफ्रीका के ग्रीम स्मिथ (53) जैसे दिग्गज हैं।
अपनी कप्तानी में 20 शतक जड़ दिए
विराट ने भारत के लिए 103 टेस्ट में 49.23 के औसत से 8075 रन बनाए हैं। इनमें 27 शतक और 28 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, खुद की कप्तानी में खेलते हुए विराट ने 68 मैचों में 54.80 के औसत से 5864 रन बनाए। इनमें 20 शतक और 18 अर्धशतक भी मारे। इससे साफ है कि खुद की कप्तानी में खेलते हुए विराट टेस्ट में अपना बेस्ट परफॉर्मेंस देते हैं।
विराट के बाद 4 टेस्ट में 3 कप्तान बदले
15 जनवरी के बाद भारत ने इस साल 3 टेस्ट खेले। श्रीलंका के खिलाफ घर पर दोनों टेस्ट जीते और इंग्लैंड में एक टेस्ट हारा। बांग्लादेश के खिलाफ कप्तान कोहली के बिना चौथा टेस्ट जारी है। श्रीलंका के खिलाफ रोहित शर्मा, इंग्लैंड के खिलाफ जसप्रीत बुमराह और अब बांग्लादेश के खिलाफ केएल राहुल ने भारत की कप्तानी की। यानी कि विराट के बाद 4 टेस्ट में ही टीम इंडिया ने 3 अलग-अलग कप्तान ट्राय कर लिए।
वैसे तो रोहित शर्मा भारत के फुल टाइम टेस्ट कैप्टन हैं। लेकिन, एशिया कप, टी-20 वर्ल्ड कप और बांग्लादेश से वनडे सीरीज न जीत पाने से उन पर कप्तानी का दबाव साफ तौर पर नजर आ रहा है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्वालीफाई करने के लिए भारत को बचे हुए 6 टेस्ट जीतने ही होंगे। ऐसे में देखना अहम होगा कि कप्तान कोहली की गैर मौजूदगी में डगमगाती टीम इंडिया इन मैचों में कैसा परफॉर्म करेगी।
विराट कोहली ने भारत को पहली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचाया था।
स्टीव स्मिथ, ऑस्ट्रेलिया : 26 मार्च 2018
8 दिसंबर 2022 को ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ ने 36वीं बार टेस्ट में टीम की कप्तानी की। वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने घर पर उन्होंने यह मैच जिताया भी। लेकिन, वे ऑस्ट्रेलिया के फुल टाइम टेस्ट कैप्टन नहीं हैं। 26 मार्च 2018 को उनसे टेस्ट कप्तानी छीन ली गई थी। 19 नवंबर 2021 को टिम पैन ने ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट कप्तानी छोड़ी। जिसके चलते पैट कमिंस को नया कप्तान और स्टीम स्मिथ को नया उपकप्तान बनाया गया। कमिंस चोटिल थे, इसी कारण स्मिथ को एक बार फिर अपने देश की कप्तानी करने का मौका मिला। उन्होंने पिछले साल एशेज टेस्ट में भी इन्हीं कारणों से कप्तानी की थी।
बॉल टेम्परिंग के कारण लगा था बैन
33 साल के स्टीव स्मिथ को मार्च 2018 में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड ने कप्तानी से हटा दिया था। वजह थी, उनका बॉल टेम्परिंग में शामिल होना। साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में उनकी टीम के खिलाड़ी कैमरून बैनक्रॉफ्ट ने बॉल पर सैंडपेपर लगाया था। जो नियमों के खिलाफ था। जिसके बाद उन्हें और उस समय टीम के उप कप्तान रहे डेविड वॉर्नर को 12 महीने के लिए क्रिकेट से बैन कर दिया गया। 2019 में फील्ड पर लौटने के बाद स्मिथ लगातार फॉर्म से जूझते नजर आए। लेकिन, विंडीज के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज में दोहरा शतक जड़कर उन्होंने फॉर्म में लौटने के संकेत दे दिए।
ऑस्ट्रेलिया को जिताए 20 टेस्ट
माइकल क्लार्क के संन्यास के बाद फरवरी 2016 में स्टीव स्मिथ ने ऑस्ट्रेलिया टीम की कमान संभाली। 2016 तक 34 टेस्ट में स्मिथ ने टीम को 18 टेस्ट जिताए। दिसंबर 2022 तक 36 टेस्ट में स्मिथ टीम को 20 मैच जीता चुके हैं। 10 में टीम को हार मिली और 6 टेस्ट ड्रॉ रहे।
विदेश में उनकी कप्तानी में टीम ने 14 मैच खेले। 5 में जीत और 8 में टीम को हार मिली। इस दौरान एक टेस्ट ड्रॉ रहा। उनकी कप्तानी में टीम ने ओवरऑल 55.55% मैच जीते। ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में उनसे आगे रिकी पोंटिंग (62.3%) और स्टीव वॉ (71.9%) ही हैं।
67.73 के औसत से रन बनाए
ऑस्ट्रेलिया के लिए 89 टेस्ट में स्टीव स्मिथ ने 60.98 के औसत से 8416 रन बनाए हैं। इनमें 29 शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, खुद की कप्तानी के 36 मैचों में स्मिथ ने 67.73 के औसत से 3793 रन बनाए। इनमें 15 सेंचुरी और 14 फिफ्टी आईं।
पहले पैन, अब कमिंस कर रहे कप्तानी
2018 में स्मिथ को हटाए जाने के बाद विकेटकीपर टिम पैन को कप्तान बनाया गया। 2021 से तेज गेंदबाज पैट कमिंस टेस्ट में टीम की कप्तानी कर रहे हैं। स्मिथ से कप्तानी छिनने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 35 टेस्ट खेले, 19 में जीत और 9 में हार मिली। इस दौरान 7 टेस्ट ड्रॉ भी रहे।
टीम फिलहाल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पॉइंट्स टेबल में पहले नंबर पर है। लेकिन, उन्हें भारत ने ऑस्ट्रेलिया में ही 2 टेस्ट सीरीज हरा दीं। ऐसे में स्मिथ के कप्तान नहीं रहने से टीम पर ज्यादा खराब असर तो नहीं पड़ा। लेकिन, अगर स्मिथ 2018 से 2022 तक टीम के कप्तान रहते तो हालात थोड़े और बेहतर भी हो सकते थे।
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