क्या जडेजा का CSK में टाइम ओवर: भारतीय ऑलराउंडर के पास तीन ऑप्शन, टीम में रहे तो स्वीकार करनी पड़ सकती है ऋतुराज की कप्तानी
मुंबईएक घंटा पहलेलेखक: कुमार ऋत्विज
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रवींद्र जडेजा को टीम इंडिया का सबसे बड़ा मैच फिनिशर माना जाता है। 10 साल से चेन्नई सुपर किंग्स के साथ जुड़ा यह खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से हमेशा सुर्खियों में रहा। इस सीजन भी उनसे काफी उम्मीदें थीं लेकिन सब टूट गईं। रवींद्र जडेजा और चेन्नई सुपर किंग्स ने एक-दूसरे को इंस्टाग्राम पर अनफॉलो कर दिया है। यह वही जडेजा हैं, जिन्हें 16 करोड़ की भारी-भरकम रकम देकर चेन्नई ने रिटेन किया था। टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने पूरे मामले पर कमेंट्री करते हुए कहा है कि जडेजा ने कभी असल मायनों में कप्तानी ही नहीं की। वह कप्तान के तौर पर जल बिन मछली नजर आ रहे थे।
पूरे मसले को देखते हुए जडेजा के पास केवल 3 ऑप्शन दिखाई पड़ रहे हैं। पहला विकल्प ये कि जडेजा धोनी के संन्यास के बाद CSK के कप्तान के तौर पर वापसी कर सकते हैं। दूसरा ऑप्शन है कि वह ऋतुराज गायकवाड़ जैसे युवा कप्तान के नीचे खेलना स्वीकार कर लें। तीसरा विकल्प ये रहेगा कि जडेजा ट्रेडिंग के जरिए दूसरी टीम में चले जाएं और वहां कप्तान की भूमिका में नजर आएं। जिस तरह चेन्नई सुपरकिंग्स ने सर जडेजा को इंस्टाग्राम पर अनफॉलो किया है, उसके बाद तो यही लग रहा है कि अब सर जडेजा भी झुकेगा नहीं…
कप्तानी में अचानक हुआ परिवर्तन जडेजा को भारी पड़ा
IPL शुरु होने से चेन्नई के नए कप्तान के तौर पर जडेजा का नाम अनाउंस हुआ। टीम में महेंद्र सिंह धोनी के रहते रवींद्र जडेजा को कप्तान बनाने का फैसला काफी लोगों के गले नहीं उतरा। मुकाबले शुरू हुए और टीम का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। ऐसा हुआ कि टीम 8 में से केवल दो मुकाबले जीत सकी। जिन दो मुकाबलों में टीम को जीत मिली, उसका क्रेडिट भी महेंद्र सिंह धोनी को दिया गया। इस पूरे विवाद का असर जडेजा के प्रदर्शन पर साफ नजर आया। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डर में शुमार सर जडेजा के हाथों से कैच मिस हुए।
जडेजा को रास नहीं आई नाम की कप्तानी
रवींद्र जडेजा को देखकर साफ लग रहा था कि वह सिर्फ टॉस करने के लिए मैदान पर जा रहे थे। इसके अलावा कुछ भी उनके हाथस में नहीं था। ऐसा बहुत कम कम होता है कि कोई कप्तान लगातार बाउंड्री लाइन पर फील्डिंग करे। इशारा साफ था, विकेट के पीछे से सारे फैसले महेंद्र सिंह धोनी ले रहे थे। हार का ठीकरा जड्डू के सर पर फोड़ा जा रहा था और जीत का सेहरा माही के सिर बांधा जा रहा था। आखिर कब तक मीठा-मीठा गप गप और कड़वा-कड़वा थू थू की पॉलिसी को सर जडेजा झेल पाते।
इस मानसिक दबाव का असर जडेजा की फील्डिंग पर भी पड़ा और उन्होंने कुछ कैच टपकाए। अब जडेजा के प्रदर्शन पर लगातार सवाल खड़े किए जाने लगे। इंस्टाग्राम पर पुष्पा के डायलॉग मैं झुकेगा नहीं… को रीक्रिएट करने वाले जडेजा भला कितने समय तक अपमान का घूंट पीते। आखिरकार उन्होंने कप्तानी से पीछा छुड़ाना ही बेहतर समझा। कप्तानी छोड़ने के बाद बतौर खिलाड़ी टीम में जुड़ना शायद उन्हें रास नहीं आया। यही वजह रही कि शुरुआती दौर में क्लियर पिक्चर सामने नहीं आई। बाद में एक रहस्यमयी चोट के कारण रवींद्र जडेजा पूरे सीजन से बाहर हो गए।
अब जडेजा के पास 3 ऑप्शन मौजूद हैं, जिनमें से किसी एक के साथ जडेजा को हर हाल में जाना होगा।
धोनी के संन्यास के बाद CSK के पावरफुल कैप्टन बन सकते हैं जडेजा
रवींद्र जडेजा के पास पहला ऑप्शन यह है कि अगले साल अगर धोनी संयास ले लेते हैं तो वह बतौर कप्तान चेन्नई सुपर किंग्स के साथ जुड़े रहें। धोनी ने साफ कर किया है कि रवींद्र जडेजा को कप्तानी की जिम्मेदारी के बारे में पिछले साल ही बता दिया गया था। इसका साफ मतलब है कि धोनी लंबे अरसे तक अब शायद ही खेलें।
जब धोनी टीम में नहीं होंगे, तो जडेजा अपने निर्णय आसानी से लागू कर पाएंगे। अपने हिसाब से फील्ड प्लेसमेंट कर सकेंगे और गेंदबाजी परिवर्तन के दौरान भी किसी किस्म की रोक-टोक नहीं होगी। जडेजा लगातार गेंदबाजों के आसपास फील्डिंग करते हुए उन्हें अपने हिसाब से बॉलिंग से जुड़ी सलाह दे सकते हैं।
जडेजा चाहें तो 25 वर्षीय ऋतुराज की कप्तानी में टीम के साथ बने रह सकते हैं
जडेजा के पास दूसरा ऑप्शन है कि वह टीम मैनेजमेंट के आगे झुक जाएं और ऋतुराज गायकवाड़ की कप्तानी स्वीकार कर लें। चर्चा है कि रवींद्र जडेजा से कप्तानी वापस लेने के बाद टीम मैनेजमेंट युवा ऋतुराज को यह जिम्मेदारी सौंप सकता है। अगर जडेजा यंग गायकवाड़ की कप्तानी में मैच खेलने को तैयार हैं, तो वह टीम के साथ बने रह सकते हैं।
ऋतुराज गायकवाड चेन्नई के लिए बेहतर कप्तान साबित हो सकते हैं। हालांकि अगर उन्हें भी खुलकर कप्तानी करने का मौका नहीं दिया जाएगा, तो ऋतुराज भी सिर्फ नाम के कप्तान बनेंगे। जहां निर्णय कोई और लेगा और उसे जमीन पर उतारने की जिम्मेदारी आपकी होगी।
चेन्नई छोड़कर दूसरी टीमों के साथ जुड़ सकते हैं रवींद्र जडेजा
रवींद्र जडेजा के पास तीसरा ऑप्शन है कि वह ट्रेडिंग के जरिए चेन्नई का साथ छोड़ दें। कप्तान के तौर पर ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर और केन विलियमसन की असफलता उनकी टीमों को नए कैप्टन की खोज पर मजबूर कर सकती है।
ऐसे में इन टीमों के लिए रवींद्र जडेजा कप्तानी के लिए बेहतर उम्मीदवार साबित हो सकते हैं। जडेजा का IPL करियर और टीम इंडिया के लिए प्रदर्शन उन्हें एक ऐसा प्लेयर बनाता है, जिसे क्रिकेट की बेहतरीन समझ है और जो अपनी कप्तानी में टीम चला सकता है।
टीम इंडिया के सबसे बड़े मैच विनर की लिस्ट में शामिल रहे हैं सर जडेजा
रवींद्र जडेजा बीते कुछ वर्षों में एक बेहद शानदार ऑलराउंडर के तौर पर उभर कर सामने आए हैं। टीम इंडिया को अपने दम पर कई मुकाबले जिताने वाले जडेजा को जब ग्रेड ए में शामिल नहीं किया गया, तो लोगों ने फैसले पर काफी सवाल खड़े किए थे। वह रवींद्र जडेजा एक सीजन की नाकामी से टूट नहीं सकते। जडेजा कमबैक करने की काबिलियत रखते हैं और आने वाले वक्त में वह ऐसा करके दिखा सकते हैं।
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