5 हकदार खिलाड़ी जिन्हें नहीं मिली टीम इंडिया में जगह: सैमसन-धवन के IPL में 400+ रन, नटराजन के 18 विकेट भी नहीं आए काम
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एक घंटा पहले
साउथ अफ्रीका के खिलाफ पांच मैचों की टी-20 सीरीज की शुरुआत 9 जून से हो रही है। टीम में कई सीनियर खिलाड़ियों को आराम देते हुए युवा चेहरों को मौका दिया गया है। अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक को IPL-15 में उनके प्रदर्शन को आधार बनाते हुए पहली बार टीम में जगह मिली है। हालांकि, टूर्नामेंट में कई ऐसे खिलाड़ी भी थे जिनको उनके प्रदर्शन का इनाम नहीं मिला। आइए आपको ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जो टीम इंडिया में खेलने के हकदार थे…
शिखर धवन: बल्ले से लगातार बना रहे रन फिर भी मौका नहीं मिला
टीम इंडिया और पंजाब के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का बल्ला IPL के 15वें सीजन में खूब बोला। उन्होंने इस सीजन 14 मैचों में 122.67 के स्ट्राइक रेट से 460 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 3 अर्धशतक निकले। इंटरनेशनल क्रिकेट में भी धवन 66 टी-20 पारियों में 126.66 के स्ट्राइक रेट से 1758 रन बना चुके हैं, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के लिए उन्हें ओपनिंग का विकल्प तक नहीं माना गया।
धवन की जगह टीम में ओपनर के तौर पर चुने गए ऋतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन का प्रदर्शन IPL-15 में शिखर से बेहतर नहीं रहा है, फिर भी शिखर जैसे अनुभवी खिलाड़ी को टीम में मौका नहीं दिया गया। इस साल नवंबर में टी-20 वर्ल्ड कप खेला जाना है और जिस तरह गब्बर का बल्ला चल रहा है, उनकी और रोहित शर्मा की जोड़ी ऑस्ट्रेलिया में कमाल कर सकती है। ऑस्ट्रेलिया में ही खेले गए 2015 के वनडे वर्ल्ड कप में दोनों खिलाड़ियों की जोड़ी ने खूब रन भी बनाए थे।
संजू सैमसन: 2015 में डेब्यू और अब तक खेले सिर्फ 13 टी-20 मैच
IPL-15 में अपनी शानदार कप्तानी के कारण हर तरफ छाए रहे संजू सैमसन को भी टीम इंडिया के चयनकर्ताओं ने इग्नोर कर दिया। वे टॉप ऑर्डर या मिडिल ऑर्डर में तेज बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी का विकल्प हो सकते थे। अपने IPL करियर में 3500 से ज्यादा रन बना चुके संजू ने IPL-15 में भी 146.79 के स्ट्राइक रेट से 458 रन बनाए। वे एक अनुभवी विकेटकीपर भी हैं।
संजू सैमसन को टीम इंडिया के चयनकर्ताओं ने कभी भी ज्यादा तरजीह नहीं दी है। वो लगातार अपने आप को साबित करते आए हैं, लेकिन उन्हें अभी तक इंटरनेशनल क्रिकेट में पर्याप्त मौके नहीं मिले हैं। साल 2015 में पहला इंटरनेशनल टी-20 मैच खेलने के बाद संजू ने अब तक सिर्फ 13 इंटरनेशनल टी-20 मुकाबले खेले हैं। ऐसे में जिस तरह के फॉर्म में संजू सैमसन हैं। उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ मौका दिया जा सकता था।
राहुल त्रिपाठी: 158 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए पर भारतीय टीम में जगह नहीं
पिछले कुछ सालों से IPL और घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन करते आ रहे राहुल त्रिपाठी को एक बार फिर चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज कर दिया है। इस साल सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए त्रिपाठी ने IPL के 14 मैचों में 158 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 413 रन बनाए पर उनका ये प्रदर्शन उनको टीम इंडिया में जगह दिलाने के लिए काफी साबित नहीं हुआ।
राहुल के पास स्पिन और पेस दोनों को बेहतर तरीके से खेलने की तकनीक है। ये खिलाड़ी किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी करने की क्षमता रखता है। वे इस साल होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिहाज से टीम इंडिया के लिए एक शानदार विकल्प हो सकते थे, लेकिन उन्हें 18-सदस्यीय टीम में जगह नहीं मिली।
मोहसिन खान: IPL में 6 से नीचे की ईकोनॉमी फिर भी नजरअंदाज
लखनऊ के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहसिन खान IPL-15 की खोज कहे जा सकते हैं। इस युवा तेज गेंदबाज ने IPL 2022 के 9 मुकाबलों में 14 विकेट चटकाए। ये खिलाड़ी 150 KMPH की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकता है। साथ ही हेवी बॉल और लेट स्विंग इस तेज गेंदबाज की ताकत है। उनकी गेंद पर बल्लेबाज लंबे-लंबे शॉट लगाने के लिए तरसते हैं। IPL में मोहसिन की इकोनॉमी 6 से भी कम है।
ऐसे में मोहसिन को साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में मौका दिया जाना चाहिए था। वो टीम की गेंदबाजी में एक अलग वैरायटी लेकर आते।
टी नटराजन: कभी वर्ल्ड कप खेलने के हकदार थे, अब घरेलू टी-20 सीरीज में भी मौका नहीं
भारत के लिए तीनों फॉर्मेट में अपना डेब्यू कर चुके बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टी नटराजन को भी साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में मौका नहीं दिया गया है। एक समय इंडियन टीम का अहम हिस्सा बन चुके नटराजन के करियर पर घुटने की चोट ने ब्रेक लगा दिया। 2020-21 के भारतीय टीम के यादगार ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शानदार खेल दिखाने वाले टी नटराजन पिछले साल का टी-20 वर्ल्ड कप खेलने के भी प्रबल दावेदार थे पर चोट के कारण ऐसा नहीं हो सका।
सनराइजर्स हैदराबाद के इस गेंदबाज ने IPL के इस सीजन में शानदार वापसी करते हुए 11 मैचों में 18 विकेट चटकाए, इसके बावजूद उनकी टीम में जगह नहीं बनी। लगातार यॉर्कर फेंकने की क्षमता टी नटराजन को बाकी गेंदबाजों से अलग और डेथ ओवर्स में खतरनाक बनाती है। ये देखना दिलचस्प होगा कि कब तक इस खिलाड़ी को टीम इंडिया के चयनकर्ता नजरअंदाज करते हैं।
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