30,000 नकली टिकट लाए थे दर्शक: ऐप में गड़बड़ी के कारण चैंपियंस लीग फाइनल में मची भगदड़; जांच रिपोर्ट में हुआ खुलासा
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पेरिस17 मिनट पहले
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29 मई को पेरिस में चैंपियंस लीग के फाइनल मैच से पहले मची भगदड़ की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उस दिन भगदड़ चैंपियंस लीग ऐप में गड़बड़ी के कारण मची थी।
मैच के बाद फ्रांस सरकार और मैच अधिकारियों ने बताया था कि इंग्लिश क्लब लिवरपूल और स्पेनिश क्लब रियल मैड्रिड के बीच खेले गए इस मैच को देखने के लिए लिवरपूल के कई सारे फैंस आ गए थे। परिवहन विभाग की हड़ताल और स्थानीय लोगों के कारण मैच में दिक्कतें आई थीं।
मंगलवार को आई एक स्वत्रंत जांच रिपोर्ट में एक स्वतंत्र जांच में सामने आया कि यूएफा के डिजिटल टिकट में सॉफ्टवेयर गड़बड़ी थी। मैनेजमेंट कर्मचारियों की ट्रेनिंग भी नहीं हुई थी। इसी के चलते मैदान में भगदड़ भी मची।
बच्चों पर बरसाए थे डंडे, आंसू भी छोड़ी गई थी
फाइनल मुकाबले को रियल ने 1-0 जीता था। लेकिन, फाइनल मैच से ज्यादा चर्चाएं वहां की सुरक्षा को लेकर हुई थीं। क्षमता से ज्यादा दर्शकों के मैच देखने पहुंचने के बाद सिक्योरिटी को बीच में आना पड़ा। सुरक्षाकर्मियों ने लाठीचार्ज करने समेत बच्चों तक पर आंसू गैस का प्रयोग किया।
क्यूआर कोड स्केनर ठीक से काम नहीं कर रहा था
जांच रिपोर्ट से ग्राउंड मैनेजमेंट के दावों पर कई तरह के सवाल खड़े होते हैं। ग्राउंड मैनेजमेंट का कहना था कि करीब 30,000 नकली टिकट पाए गए। इंस्ट्रक्शन के बाद भी फैंस ने अपने डिवाइस में ब्लूटूथ ऑन नहीं किया था, जिस कारण नकली टिकट पकड़ने में दिक्कतें आईं और फाइनल के दौरान कन्फ्यूजन हुई। क्यूआर कोड स्कैनर ऐप बनाने वाले इंजीनियर ने कहा था कि मैच से कुछ दिन पहले कनेक्टिविटी के इश्यू को दूर किया था। लेकिन, मैच के दौरान ही वह समस्या फिर सामने आ गई।
एक आईटी इंजीनियर भी मैच देखने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि नकली टिकट नहीं बल्कि यूएफा के मोबाइल ऐप में ठीक से क्यूआर कोड स्कैन नहीं होने के चलते रुकावट हुई थी। कई लोग क्यूआर कोड स्कैन नहीं कर पाए। कुछ दर्शकों के टिकट स्कैन हुए जो मैच देखने पहुंच गए। जिनके स्कैन नहीं हुए, स्टाफ कर्मी उनकी मदद करने में उलझे हुए थे।
रियल मैड्रिड के दर्शकों वाले गेट की तरफ भी क्यूआर कोड स्कैन करने में दिक्कतें आईं। उन्हें 4 से 5 बार स्कैन करने के बाद स्टेडियम में जगह मिली। टिकट स्कैन में हो रही देरी के चलते ही फैंस का गुस्सा बढ़ रहा था और भगदड़ भी बढ़ने लगी।
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9.36 बजे से खेला गया 9 बजे शुरू होने वाला मैच
मैच रात 9 बजे शुरू होना था। 6 बजे स्टेडियम के गेट खोले गए। 7 बजे लिवरपूल के फैंस को अंदर घुसने से रोका गया। 8.30 बजे फैंस गेट के पास विरोध करने लगे। 8.46 पर अनाउंसमेंट हुआ कि 9 बजे से मैच होगा। 9 बजे दर्शकों पर आंसू गैस छोड़े जाने के वीडियो सामने आए। इन समस्याओं के बाद 9.36 पर आखिरकार मैच शुरू हुआ। कुछ लिवरपूल फैंस बाहर खड़े नजर आ रहे थे।
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