सनथ जयसूर्या हुए भारत के मुरीद: श्रीलंका में जारी आर्थिक और राजनीतिक उथल-पुथल के बीच भारत की मदद के लिए जताया आभार
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कोलंबो20 मिनट पहले
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श्रीलंका में आर्थिक संकट के साथ ही राजनीतिक उथल-पुथल जारी है। प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा जमा लिया है। वहीं राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे परिवार के साथ अंडरग्राउंड हो गए हैं। वहीं पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या ने श्रीलंका में आर्थिक और राजनीतिक संकट के बीच भारत के योगदान की तारीफ की है और भारत सरकार का मदद के लिए शुक्रिया कहा है। जयसूर्या कई मौकों पर प्रदर्शनकारियों के साथ सड़क पर उतर चुके हैं। सनथ जयसूर्या ने एजेंसी को दिए बयान में कहा,’देश में स्थिर सरकार के गठन के बाद आईएमएफ, भारत और हमारे सारे मित्र देश जरूर श्रीलंका की मदद करेंगे।भारत इस संकट की शुरुआत से ही हमें मदद पहुंचा रहा हैं। हम इसके लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं।’
भारत ने 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर मदद करने की है पेशकश
भारत लागातर श्रीलंका को आर्थिक संकट से उभरने के लिए मदद कर रहा है। वहीं, भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में भी कहा गया है कि संकट की इस घड़ी में श्रीलंका की हर संभव मदद किया जाएगा। श्रीलंका को 3.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर की फौरी मदद की पेशकश की गई है। वहीं भारत पड़ोसी पहले की अपनी पॉलिसी के तहत आगे भी श्रीलंका की मदद करता रहेगा।
जानिए श्रीलंका संकट में अब तक क्या-क्या हुआ?
- 15 मार्च 2022 : प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे परिवार के खिलाफ विद्रोह शुरू कर दिया। श्रीलंका सरकार ने आनन-फानन में खाद्य वस्तुओं पर इमरजेंसी लगा दी।
- 2 अप्रैल 2022 : राष्ट्रपति आवास के बाहर हिंसक प्रदर्शन की वजह से श्रीलंका में आपातकाल लगाया गया। हालांकि 5 दिन में ही यह वापस ले लिया गया।
- 4 अप्रैल 2022 : श्रीलंका में प्रदर्शन को देखते हुए 26 मंत्रियों ने एक साथ इस्तीफा दे दिया। इनमें महिंदा राजपक्षे के बेटे नमल भी शामिल थे।
- 6 मई 2022 : श्रीलंका में विरोध प्रदर्शन उग्र हो गया। जगह-जगह पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई, जिसके बाद दोबारा आपातकाल लगाया गया।
- 9 मई 2022 : भारी विरोध प्रदर्शन के बाद महिंदा राजपक्षे ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। रानिल विक्रमसिंघे नए प्रधानमंत्री बनाए गए।
- 5 जुलाई 2022 : प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका के दिवालिया होने की घोषणा की, जिसके बाद प्रदर्शनकारी फिर उग्र हो गए।
- 9 जुलाई 2022 : प्रदर्शनकारियों ने कोलंबो के गल्सा हिल्स (राष्ट्रपति भवन) पर कब्जा कर लिया। राष्ट्रपति गोटबाया भाग खड़े हुए।
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