रेसलर्स Vs बृजभूषण सिंह: MP-MLA कोर्ट में सुनवाई आज; पहलवानों को चार्जशीट देने के दिल्ली पुलिस को आदेश
पानीपतएक घंटा पहले
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विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया की ये फोटो जंतर-मंतर पर पत्रकारों से बात करते समय की है।
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण पर 6 बालिग पहलवानों के यौन शोषण केस की मंगलवार को MP-MLA कोर्ट में सुनवाई होगी। जिसमें दिल्ली पुलिस की ओर से दाखिल 1500 पन्नों की चार्जशीट पर सुनवाई की जाएगी। दिल्ली पुलिस ने कुछ दिन पहले राउज एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट पेश की थी।
आरोपियों में बृजभूषण के अलावा WFI के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर का नाम भी है। चार्जशीट में पहलवानों के मजिस्ट्रेट के सामने दिए गए बयान को अहम आधार माना गया है। बृजभूषण के खिलाफ करीब 7 गवाह मिले हैं।
वहीं यौन शोषण की कथित जगह पर उनकी मौजूदगी के भी सबूत मिले हैं। चार्जशीट की पहली सुनवाई पर कोर्ट ने इसे एमपी-एमएलए कोर्ट में ट्रांसफर किया था। इसके अलावा, सोमवार को कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को चार्जशीट की एक कॉपी शिकायतकर्ता पहलवानों को देने के आदेश दिए हैं।
रास्ता रोकने या पीछा करने का केस 2012 का
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, बृजभूषण पर जो रास्ता रोकने या पीछा करने का केस है, वह 2012 का है। इसमें शिकायत करने वाली महिला पहलवान ने बताया था कि बृजभूषण ने एक टूर्नामेंट के दौरान उसकी मां से बात की और उसे अपने कमरे में बुलाकर कस कर गले लगाया।
जब महिला पहलवान घर लौटी तो अलग-अलग बहाने से कई बार उसकी मां के नंबर पर फोन करना शुरू कर दिया। उसने यह भी दावा किया कि बृजभषण की कॉल से बचने के लिए उसे अपना फोन नंबर तक बदलना पड़ा। हालांकि इन आरोपों को साबित करने के मामले में कोई टेक्निकल एविडेंस नहीं मिले हैं।
बालिग पहलवानों के यौन शोषण की बताई जगहों पर आरोपी मौजूद थे
बालिग पहलवानों के केस में पुलिस ने एक हजार पन्नों की चार्जशीट पेश की। इसमें पुलिस ने पहलवानों के CrPC की धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के आगे दिए बयान को चार्जशीट का प्रमुख आधार माना है। पुलिस ने कहा कि बालिग पहलवानों ने जिस जगह पर उनके साथ यौन शोषण के आरोप लगाए हैं, वहां आरोपियों की मौजूदगी के सबूत मिले हैं।
पहलवानों ने पुलिस को जांच के दौरान सबूत के तौर पर 5 फोटो सौंपी हैं। इसके अलावा और भी डिजिटल सबूत दिए गए, उन्हें पेन ड्राइव में कोर्ट को सौंपा गया है। चार्जशीट में करीब 25 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। 7 गवाहों ने पीड़ित बालिग पहलवानों के आरोपों का सपोर्ट किया है। बाकी आरोपियों के पक्ष में बोले हैं। ट्रायल के दौरान इनका क्रॉस एग्जामिनेशन होगा।
पुलिस ने कजाकिस्तान, मंगोलिया और इंडोनेशिया के कुश्ती संघों से उन जगहों की CCTV फुटेज और फोटो देने को कहा है, जहां महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। अभी ये नहीं मिले हैं। इनके मिलने पर पुलिस केस में सप्लीमेंट्री चालान पेश करेगी।
अब पढ़िए जनवरी महीने से लेकर जून तक क्या-क्या हुआ?
- 18 जनवरी को जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना शुरू किया। आरोप लगाया कि WFI के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया।
- 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों से मुलाकात कर कमेटी बनाई, लेकिन कमेटी की रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं हुई।
- 23 अप्रैल को पहलवान फिर जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा कि बृजभूषण की गिरफ्तारी तक धरना जारी रहेगा।
- 28 अप्रैल को पहलवानों की याचिका की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण पर छेड़छाड़ और पॉक्सो एक्ट में 2 एफआईआर दर्ज की।
- 3 मई की रात को पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच जंतर-मंतर पर झड़प हो गई। झड़प में पहलवान राकेश यादव व विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत और 5 पुलिस वाले घायल हुए।
- 7 मई को जंतर-मंतर पर हरियाणा, यूपी, राजस्थान और पंजाब की खापों की महापंचायत हुई। इसमें बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए केंद्र सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया।
- 21 मई को फिर महापंचायत हुई और इंडिया गेट पर कैंडल मार्च और 28 मई को नए संसद भवन पर महिला महापंचायत करने का फैसला लिया गया।
- 26 मई को पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 28 मई को वे धरना स्थल से नए संसद भवन तक पैदल मार्च करेंगे।
- 28 मई को पहलवानों ने नए संसद भवन के सामने महापंचायत के लिए जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
- 29 मई को सारा दिन पहलवान घर पर रहे और मेडल गंगा में बहाने व इंडिया गेट पर आमरण अनशन का फैसला किया।
- 30 मई को पहलवान हरिद्वार हर की पौड़ी में मेडल बहाने गए। जहां किसान नेता नरेश टिकैत के मनाने पर सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम देकर उन्होंने फैसला टाल दिया।
- 31 मई को न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि दिल्ली पुलिस के पास बृजभूषण की गिरफ्तारी लायक सबूत नहीं है। इस पर दिल्ली पुलिस ने ट्वीट करके इसका खंडन किया और कहा- जांच जारी है। बाद में दिल्ली पुलिस ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।
- 2 जून को कुरुक्षेत्र में महापंचायत हुई। इसमें 9 जून तक बृजभूषण को गिरफ्तार करने लिए अल्टीमेटम दिया गया।
- 3 जून को दिल्ली पुलिस को इस मामले में 4 गवाह मिले हैं, जिन्होंने बृजभूषण पर लगे आरोपों की पुष्टि की है। इनमें एक-एक ओलिंपियन, कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट, इंटरनेशनल रेफरी और स्टेट लेवल कोच शामिल है।
- 4 जून को पता चला कि पहलवानों की गृह मंत्री अमित शाह से मीटिंग हुई।
- 5 जून को विनेश, साक्षी और बजरंग ने रेलवे में ड्यूटी जॉइन कर ली। हालांकि साक्षी ने कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा।
- 6 जून को अमित शाह से मीटिंग का पता चलने पर किसानों और खाप ने 9 जून को जंतर-मंतर पर अपना प्रदर्शन स्थगित कर दिया।
- 7 जून को रेसलर्स खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिलने पहुंचे थे। यह बैठक 6 घंटे चली थी।
- 9 जून को एक महिला पहलवान को दिल्ली पुलिस सीन-रिक्रिएट के लिए बृजभूषण के कार्यायल लेकर गई थी।
- 10 जून को दिल्ली पुलिस ने पहलवानों ने लगाए गए आरोपों के ऑडियो-वीडियो समेत अन्य सबूत मांगे।
- 11 जून को KMP पर किसान मजदूर एवं खापों की केएमपी पर महापंचायत हुई और इसमें दिल्ली में हरियाणा से होनी वाली फल-सब्जी सप्लाई बंद का ऐलान किया।
- 12 जून को WFI चुनावों की 4 जुलाई की घोषणा हुई व बृजभूषण के खिलाफ बयान देने वाले रेफरी समेत 3 को हटाया गया था।
- 15 जून को बृजभूषण के खिलाफ बालिग पहलवान केस में चार्जशीट और नाबालिग पहलवान केस में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई।
- 16 जून को बृजभूषण के दिल्ली आवास में कोई संदिग्ध घुसा। नाबालिग पहलवान के दादा ने कहा- हमारी बच्ची को मोहरा बनाया गया।
- 17 जून को साक्षी मलिक ने खुलासा किया कि बीजेपी नेता बबीता फोगाट और तीर्थ राणा ने धरना देने के लिए मोटिवेट किया और परमिशन भी दिलवाई।
- 18 जून को बबीता फोगाट ने सफाई दी, कहा- साक्षी मलिक झूठ बोल रही, वे कांग्रेस के हाथ की कठपुतली बन चुकी।
- 21 जून को विनेश फोगाट को बुडापेस्ट प्रतियोगिता खेलने के लिए परमिशन के साथ-साथ मनपसंद कोच-फिजियोथेरेपिस्ट मिला।
- 22 जून को बृजभूषण केस MP-MLA कोर्ट को ट्रांसफर कर दिया गया। साथ ही 6 प्रदर्शनकारी रेसलर्स को IOA की एडहॉक कमेटी ने ट्रायल में छूट दी।
- 23 जून को योगेश्वर दत्त ने ट्रायल में छूट का विरोध किया और सभी पहलवानों ने इसके बारे में हाईकमान को शिकायत करने की सलाह दी।
- 24 जून को विनेश-साक्षी और बजरंग ने आंदोलन खत्म न होने की बात कही। कहा कि चार्जशीट की कॉपी का इंतजार है। बृजभूषण को जेल भिजवाकर रहेंगे। ट्रायल में छूट नहीं मांगी है।
- 25 जून को गुवाहटी हाईकोर्ट ने WFI के चुनावों पर असम कुश्ती एसोसिएशन की याचिका पर स्टे लगा दिया।
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