बैटिंग में फेल राहुल, कप्तानी में बना रहे इतिहास: कोहली-पुजारा ने खत्म किया शतक का सूखा; शार्दूल-ईशान ने भी तोड़े रिकॉर्ड्स

स्पोर्ट्स डेस्क4 घंटे पहले

चट्टोग्राम टेस्ट में भारत की कमान संभाल रहे केएल राहुल का कप्तानी में 10वां ही मैच है। लेकिन, उनकी कप्तानी में अब तक 9 बड़े रिकॉर्ड्स बन चुके हैं। ऐसे रिकॉर्ड्स जो कई सालों के इंतजार के बाद बन पाते हैं। राहुल की ही कप्तानी में विराट कोहली ने 1021 दिनों बाद इंटरनेशनल शतक लगाया।

ईशान किशन ने दोहरा शतक जड़ा। यहां तक कि चेतेश्वर पुजारा ने 1442 दिनों बाद टेस्ट में और कोहली ने 1214 दिनों बाद वनडे में शतक लगा दिया। इनके अलावा कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, शार्दूल ठाकुर और शुभमन गिल ने भी कुछ रिकॉर्ड्स बनाए। इन्हीं रिकॉर्ड्स को आगे हम इस खबर में जानेंगे। साथ ही जानेंगे राहुल की कप्तानी में टीम इंडिया ने कैसा परफॉर्म किया। कप्तानी के दबाव में राहुल ने खुद कैसा परफॉर्म किया और कप्तानी मिलने के पहले उनका प्रदर्शन कैसा था…

सबसे पहले ग्राफिक्स में देखें उन 9 रिकॉर्ड्स को जो राहुल की कप्तानी में बने…

1. शार्दूल ठाकुर : 7/61
3 जनवरी 2022 को साउथ अफ्रीका से 3 टेस्ट की सीरीज के दूसरे मैच में केएल राहुल को पहली बार भारत की कप्तानी मिली। तब के कप्तान विराट कोहली इंजरी के चलते मैच नहीं खेल रहे थे। मैच की पहली ही पारी में भारत के शार्दूल ठाकुर ने 61 रन देकर 7 विकेट ले लिए। साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट में यह किसी भी भारतीय की बेस्ट बॉलिंग परफॉर्मेंस थी।

शार्दूल ने 7 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। उनसे पहले रविचंद्रन अश्विन ने 2015 में नागपुर टेस्ट के दौरान 66 रन देकर 7 विकेट लिए थे। राहुल ने कप्तानी के पहले मैच में 50 और 8 रन की पारियां खेलीं। हालांकि, भारत को मैच में 7 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी।

2. शुभमन गिल : 130 (97)
अगस्त 2022 में केएल राहुल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 3 वनडे की सीरीज में भारत की कप्तानी की। सीरीज के पहले 2 मैच भारत ने जीते। तीसरे मैच में भारत के शुभमन गिल ने शतक जड़ दिया। यह उनके वनडे और इंटरनेशनल करियर का पहला ही शतक था।

यह जिम्बाब्वे में किसी भी भारतीय बैटर का सबसे बड़ा स्कोर भी था। गिल से पहले 1998 में सचिन तेंदुलकर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 127 रन की नॉटआउट पारी खेली थी। कप्तान राहुल जिम्बाब्वे के खिलाफ इस मैच में ओपनिंग करते हुए 30 रन बना सके थे। 15वें ओवर में राहुल के आउट होने के बाद ही गिल पिच पर आए थे।

शुभमन गिल ने अपने वनडे करियर की पहली सेंचुरी राहुल की कप्तानी में बनाई।

शुभमन गिल ने अपने वनडे करियर की पहली सेंचुरी राहुल की कप्तानी में बनाई।

3. विराट कोहली : 122* (61)
राहुल की कप्तानी में सबसे बड़ा कारनामा विराट कोहली की 71वीं इंटरनेशनल सेंचुरी के रूप में हुआ। 1021 दिनों से इंटरनेशनल शतक का इंतजार कर रहे विराट कोहली ने 8 सिंतबर 2022 को अफगानिस्तान के खिलाफ टी-20 इंटरनेशनल करियर की पहली सेंचुरी लगा दी। उन्होंने 61 बॉल में 122 रन की नॉटआउट पारी खेली।

विराट ने इससे पहले इंटरनेशनल क्रिकेट में 23 नवंबर 2019 को बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच में अपने करियर की 70वीं सेंचुरी लगाई थी। अफगानिस्तान के खिलाफ इस मैच में कप्तान राहुल ने 41 बॉल पर 62 रन बनाए। उन्होंने कोहली के साथ पहले विकेट के लिए 119 रन की पार्टनरशिप भी की। राहुल के कप्तानी करियर का यह एकमात्र टी-20 मैच था।

4. भुवनेश्वर कुमार : 5/4
8 सिंतबर 2022 को अफगानिस्तान के ही खिलाफ मैच में भुवनेश्वर कुमार ने 4 रन देकर 5 विकेट लिए। यह भुवी के टी-20 इंटरनेशनल करियर का बेस्ट स्पेल था। इससे पहले उन्होंने 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 24 रन देकर 5 विकेट लिए थे।

भुवी की दमदार गेंदबाजी से भारत ने अफगानिस्तान को 100 रन के बड़े अंतर से हराया था। इसी मैच में विराट कोहली ने भी शतक जड़ा था।

भुवनेश्वर कुमार ने अफगानिस्तान के खिलाफ एशिया कप में सुपर-4 के आखिरी मुकाबले में 4 रन देकर 5 विकेट लिए थे।

भुवनेश्वर कुमार ने अफगानिस्तान के खिलाफ एशिया कप में सुपर-4 के आखिरी मुकाबले में 4 रन देकर 5 विकेट लिए थे।

5. ईशान किशन : 210 (131)
10 दिसंबर 2022 को भारत-बांग्लादेश के बीच 3 वनडे सीरीज का आखिरी मैच खेला गया। दूसरे वनडे में चोट के चलते कप्तान रोहित शर्मा बाहर हो गए। 2-0 से सीरीज हार चुकी टीम इंडिया के लिए तीसरे वनडे में राहुल ने कप्तानी की। टॉस हारकर बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया के लिए ईशान किशन ने दोहरा शतक जड़ दिया।

ईशान ने 131 बॉल में 210 रन की पारी खेली। यह उनके करियर की पहली ही सेंचुरी थी। जिसे उन्होंने डबल सेंचुरी में कन्वर्ट किया। इससे पहले खेले 9 वनडे में वह 3 फिफ्टी ही लगा सके थे। राहुल इस मैच में 10 बॉल में 8 रन बनाकर आउट हुए। भारत ने यह मैच 227 रन के बड़े अंतर से जीता।

6. विराट कोहली : 113 (91)
राहुल की कप्तानी का दूसरा सबसे बड़ा कारनामा विराट की 44वीं वनडे सेंचुरी के रूप में हुआ। ईशान ने जिस मैच में दोहरा शतक जड़ा, विराट ने उसी मैच में शतक जड़ दिया। विराट ने 91 बॉल पर 113 रन बनाए। विराट का यह शतक उनके वनडे करियर में 1214 दिन बाद आया था। उन्होंने आखिरी वनडे शतक 14 अगस्त 2019 को वेस्टइंडीज के खिलाफ लगाया था।

इस तरह इंटरनेशनल क्रिकेट के 2 फॉर्मेट में विराट के शतकों का सूखा राहुल की कप्तानी में ही खत्म हो सका। यह विराट के इंटरनेशनल करियर का 72वां शतक था। अब बस विराट के टेस्ट शतक का ही इंतजार खत्म होना बाकी है। जो विराट 1121 दिनों से नहीं लगा सके हैं।

7. कुलदीप यादव : 5/40
बांग्लादेश के खिलाफ चट्टोग्राम टेस्ट में राहुल को दूसरी बार भारत की टेस्ट कप्तानी का मौका मिला। उन्होंने टॉस जीतकर बैटिंग चुनी। टीम इंडिया ने पहली पारी में 404 रन बना लिए। दूसरी पारी में भारत के लिए अपना 8वां ही टेस्ट खेल रहे कुलदीप यादव ने 40 रन देकर 5 विकेट झटक लिए। बांग्लादेश 150 रन पर ऑलआउट हो गई।

5/40 कुलदीप के टेस्ट करियर की बेस्ट बॉलिंग परफॉर्मेंस है। इससे पहले उन्होंने 3 बार पारी में 5 विकेट लिए, लेकिन इतने कम रन कभी नहीं दिए। 2018 में उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 57 रन देकर ऐसा किया था और 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने 99 रन दे दिए थे। बांग्लादेश के खिलाफ मैच की दो पारियों में राहुल ने 22 और 23 रन बनाए।

8. शुभमन गिल : 110 (152)
शुभमन गिल के वनडे और टेस्ट करियर की पहली सेंचुरी राहुल की कप्तानी में ही आईं। बांग्लादेश के खिलाफ चट्टोग्राम टेस्ट की तीसरी पारी में भारत के शुभमन गिल ने 152 बॉल पर 110 रन बनाए। यह गिल के टेस्ट करियर का पहला शतक है। इस पारी में उन्होंने 10 चौके और 3 छक्के जड़े।

गिल ने राहुल के साथ दूसरी पारी में 70 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप की। हालांकि, गिल पहली पारी में 20 रन ही बना सके थे। उन्होंने तब राहुल के साथ 45 रन की पार्टनरशिप की थी।

9. चेतेश्वर पुजारा : 102* (130)
राहुल की कप्तानी का तीसरा सबसे बड़ा कारनामा चेतेश्वर पुजारा की 19वीं टेस्ट सेंचुरी के रूप में आया। भारत के लिए लंबे समय से टेस्ट खेल रहे पुजारा ने 1442 दिन बाद टेस्ट शतक लगा दिया। बांग्लादेश के खिलाफ भारत की दूसरी पारी में पुजारा ने 130 बॉल पर 102 रन की नॉटआउट पारी खेली। उन्होंने 13 चौके भी लगाए। यह पुजारा के टेस्ट करियर की सबसे तेज सेंचुरी भी रही।

पुजारा ने आखिरी टेस्ट शतक 3 जनवरी 2019 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में लगाया था। तब उन्होंने 190 रन की पारी खेली थी। इस पारी के बाद पुजारा ने 51 पारियों में 14 फिफ्टी लगाईं। लेकिन, एक को भी शतक में कन्वर्ट नहीं कर सके।

बांग्लादेश के खिलाफ इस शतक के तुरंत बाद कप्तान राहुल ने भारत की पारी 258/2 के स्कोर पर डिक्लेयर कर दी। बांग्लादेश को चौथी इनिंग में 513 रन का टारगेट मिला। पुजारा पहली पारी में भी शतक के करीब पहुंचे थे। लेकिन, तब वे 90 रन बनाकर तैजुल इस्लाम की गेंद पर बोल्ड हो गए थे।

ये तो हुई राहुल की कप्तानी में बाकी खिलाड़ियों के रिकॉर्ड्स की बात। अब आपको बताते हैं, राहुल की कप्तानी में टीम इंडिया के नतीजों और राहुल के खेल पर क्या असर पड़ा…

9 में से 5 मैच जिताए
केएल राहुल की कप्तानी में भारत ने पहला मैच 3 जनवरी 2022 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला। यह टेस्ट मैच था, जिसमें भारत को 7 विकेट से हार मिली। इसी दौरे पर भारत ने राहुल की कप्तानी में साउथ अफ्रीका से 3 वनडे भी खेले। तीनों में भारत को हार मिली। अगस्त में टीम इंडिया जिम्बाब्वे दौरे पर 3 वनडे खेलने गई। भारत ने 3-0 से सीरीज जीती।

8 सितंबर को राहुल ने एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ पहली बार टी-20 इंटरनेशनल में भारत की कप्तानी की। भारत ने 100 रन से मुकाबला जीत लिया। 10 दिसंबर को राहुल ने वनडे में बांग्लादेश के खिलाफ कप्तानी की। भारत ने इसे 227 रन से जीता। अब बांग्लादेश के खिलाफ राहुल की कप्तानी में टेस्ट मैच जारी है।

कुल मिलाकर राहुल ने 7 वनडे, एक टी-20 और 2 टेस्ट में भारत की कप्तानी की। 3 वनडे हमने हारे और 4 मैच जीते। एक टेस्ट भारत ने हारा और दूसरा टेस्ट जारी है। वहीं, एकमात्र टी-20 में भारत को जीत मिली।

अपनी कप्तानी में राहुल का प्रदर्शन
खुद की कप्तानी के 10 मैचों में राहुल ने 25.45 की औसत से 280 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 3 ही फिफ्टी निकलीं। यानी, राहुल की कप्तानी में बाकी प्लेयर्स ने तो खूब रिकॉर्ड बनाए। लेकिन, खुद राहुल अपनी कप्तानी में बैटर के रूप में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके।

कप्तानी से पहले कैसा था प्रदर्शन?
राहुल ने 2014 में भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया। पहले ही टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में शतक जड़कर उन्होंने अपनी प्रतिभा को दुनिया के सामने रख दिया। इसके बाद दिसंबर 2021 तक तीनों फॉर्मेट मिलाकर उन्होंने टीम इंडिया के लिए 135 मैच खेले। इनमें 56 टी-20, 38 वनडे और 41 टेस्ट शामिल हैं। इन मैचों में उन्होंने 40.32 की औसत से 5807 रन बनाए। इनमें उन्होंने 14 शतक और 37 अर्धशतक लगा दिए।

कप्तानी के दबाव में नहीं बन रहे रन
इस साल की बात करें तो तीनों फॉर्मेट मिलाकर राहुल ने टीम इंडिया के लिए 29 मैच खेले। इनमें उन्होंने 27 की औसत से 810 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 9 फिफ्टी आईं, लेकिन एक भी पारी को वे सेंचुरी में कन्वर्ट नहीं कर सके। इन आंकड़ों से एक चीज तो साफ है कि डेब्यू के बाद से 2021 तक राहुल ने खूब रन बनाए। लेकिन, 2022 में कप्तानी मिलते ही उन पर अलग तरह का दबाव आ गया। जिस कारण वे बैट से कुछ खास परफॉर्म नहीं कर पाए।

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