पहलवानों के प्रदर्शन पर फिर भड़की बबीता फोगाट: चढूनी पर बोली- देश विरोधी ताकतों के सुपुर्द हुआ धरना; दिल्ली में महिला महापंचायत को अनुमति
पानीपत5 मिनट पहले
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भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष, भाजपा सांसद एवं यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना 23 अप्रैल से लगातार जारी है। इसी बीच खाप पंचायतों के आह्वान पर नई संसद भवन के सामने 28 मई को महिला महापंचायत होने जा रही है। जिसकी इजाजत दिल्ली पुलिस ने दे दी है।
उधर, आंदोलन में शुरुआत से ही पहलवानों के विपरीत चल रही बीजेपी नेत्री बबीता फोगाट ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने गुरनाम सिंह चढूनी पर कटाक्ष किया है।
ट्वीट कर लिखा है कि यह बेहद हीं शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि जंतर मंतर से शुरू हुए आंदोलन की अगुवाई अब गुरनाम सिंह चढूनी जैसे आंदोलनजीवी द्वारा की जा रही है। जिस सभा में विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल BJP4 और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए जहरीले बोल, अपशब्द और धमकियां दी जा रही है वो आंदोलन महिलाओं के अधिकार के लिए कैसे हो सकता है? महिलाओं के अधिकार के लिए उठी मांग व आंदोलन अब देश विरोधी ताकतों और खास राजनीतिक परिवारों को सुपुर्द होती दिख रही है !! सावधान।
धरने पर पहुंची हरियाणा की जूनियर महिला कोच
हरियाणा के मंत्री संदीप सिंह पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाने वाली जूनियर महिला कोच भी शनिवार को पहली बार जंतर-मंतर पहुंची। जहां पहुंचने के बाद उन्होंने खिलाड़ियों की बात सुनी। साथ ही अपनी आपबीती भी बताई।
अब पढ़िए धरने में अब तक क्या हुआ…
- 18 जनवरी 2023 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ बजरंग पूनिया ने धरना देना शुरू कर दिया। आरोप लगाया कि कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कई महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है। विनेश ने आरोप लगाया कि बृजभूषण होटल के उसी फ्लोर पर रुकते थे, जहां महिला पहलवान ठहरती थीं।
- 21 जनवरी को विवाद बढ़ने के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से पहलवानों की मुलाकात हुई और धरना खत्म हो गया। भरोसा मिला कि चार हफ्ते के अंदर कमेटी की जांच रिपोर्ट आएगी, तब तक बृजभूषण सिंह के अधिकार छीने जाते हैं। जांच की मियाद को दो हफ्ते बढ़ाया गया। लेकिन यह रिपोर्ट अब तक सार्वजनिक नहीं हुई है।
- 23 अप्रैल को पहलवान एक बार फिर जंतर-मंतर पर धरना देने पहुंच गए। उन्होंने कहा कि हमें इंसाफ नहीं मिला है और जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती है धरना जारी रहेगा।
- 28 अप्रैल को पहलवानों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में भी अपील की गई है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद इस मामले में दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की है। एक एफआईआर नाबालिग पहलवान के यौन उत्पीड़न की जिसमें पॉक्सो एक्ट भी लगा है। दूसरी एफआईआर वयस्क महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के संबंध में है।
- 3 मई की रात को पहलवानों और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प हुई। झड़प में पहलवान राकेश यादव और विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत को चोटें आई। वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि रेसलर पर बल प्रयोग नहीं किया गया, 5 पुलिस वाले घायल हुए हैं।
- 7 मई को जंतर-मंतर पर खापों की महापंचायत हुई। इस महापंचायत में बृजभूषण की गिरफ्तारी के लिए सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया गया। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हल न निकलने पर 21 मई को फिर महापंचायत हुई, जिसमें में कई निर्णय लिए गए। शाम को बृजभूषण ने अपना और पहलवानों का नार्को टेस्ट करवाने की बात कही।
- 22 मई को पहलवानों ने जंतर-मंतर से पत्रकार वार्ता कर बृजभूषण की नार्को टेस्ट करवाने की चुनौती को स्वीकार किया। साथ ही कहा कि टेस्ट प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो और पूरा टेलीकास्ट लाइव हो।
- 23 मई को पहलवानों के साथ बड़ी संख्या में किसानों, युवाओं, विद्यार्थियों समेत अन्य लोगों के साथ इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला था।
- 24 मई को साक्षी मलिक अपने पति सत्यव्रत मलिक के साथ हिसार पहुंची थी, जहां उन्होंने लोगों को 28 मई को नई संसद भवन के सामने होने वाली महापंचायत के लिए न्यौता दिया। इसके अलावा बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट पर FIR दर्ज करवाने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका डाली गई।
- 25 मई को विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया जींद के खटकट टोल पर आयोजित महापंचायत पर पहुंचे। जहां उन्होंने लोगों को 28 मई को दिल्ली के नई संसद भवन के सामने होने वाली महिला महापंचायत में शामिल होने का आंमत्रण दिया।
- 26 मई को पहलवानों ने प्रेस क्रांफेंस की। जिसमें उन्होंने कहा कि 28 मई को वे धरना स्थल से नई संसद भवन तक का मार्च करेंगे। इस बीच दिल्ली पुलिस उन्हें जहां भी रोकेगी, वे वहीं पर ही महापंचायत करेंगे।
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