‘द ग्रेट वॉल’ पुनिया के पिता बोले- खेल देख खुश: उदिता दुहन की मां ने कहा- मेडल नहीं तो क्या, मेरा मान बढ़ाया है; शर्मिला की मां कहती हैं- दुआ काम नहीं आई

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हिसार/सिरसा8 मिनट पहले

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‘द ग्रेट वॉल’ पुनिया के पिता बोले- खेल देख खुश: उदिता दुहन की मां ने कहा- मेडल नहीं तो क्या, मेरा मान बढ़ाया है; शर्मिला की मां कहती हैं- दुआ काम नहीं आई

भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता दुहन।

टोक्यो ओलिंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम ब्रॉन्ज मेडल मैच में ग्रेट ब्रिटेन ने हार गई है। ब्रिटेन ने भारत को 4-3 से हराया। भारतीय टीम ने दूसरे क्वार्टर में 3-2 की बढ़त बना ली थी। लेकिन इस बढ़त को टीम कायम नहीं रख सकी। वहीं टीम की हार से खिलाड़ियों के परिवार मायूस नहीं हैं, बल्कि बेटियों के प्रदर्शन से संतुष्ट हैं और उन्हें शानदार खेल के लिए शाबाशी दे रहे हैं।

मायूसी तो है लेकिन टीम के बेहतर प्रदर्शन से खुशी है
गोलकीपर सविता पुनिया के पिता महेंद्र सिंह पुनिया ने कहा कि मैच में मिली हार के कारण टीम के इलावा आज हर देशवासी मायूस है लेकिन हार-जीत खेल का हिस्सा है। भारत की टीम ने मेहनत की थी इसी कारण से वह इतना आगे तक पहुंच पाई है। टीम ओलिम्पिक में जरूर हार गई है लेकिन ये खुशी है कि आज भारत के पास महिला हॉकी की एक मजबूत टीम है जो अन्य मुकाबलों में आगे अपना बेहतर प्रदर्शन करेगी। सविता पुनिया ने आज के मैच में 2 गोल रोककर फिर अच्छा प्रदर्शन किया।

पूरे परिवार का मान बढ़ाया है

भिवानी के नांगल वासी उदिता दुहन की मां गीता देवी ने बताया कि उदिता बड़े हौंसले के साथ खेलने गई थी। ओलिम्पिक में मैडल नहीं मिल पाना दुख की बात तो है लेकिन पूरी टीम ने आखिर तक संघर्ष किया। कहीं भी भारत की टीम कमजोर नहीं दिखाई दी। पहली बार सेमीफाइनल में पहुंची टीम की 1 पॉइंट से हार जीत के समान ही है। गीता देवी के अनुसार उदिता ने पूरे परिवार का मान बढ़ाया है और वह आज हमारी पहचान है।

हमारी बेटी वर्ल्ड लेवल तक पहुंची, ये हमारे लिए बड़े गर्व की बात

गांव कैमरी वासी खिलाड़ी शर्मिला गोदारा के पिता सुरेश गोदारा ने कहा कि बेटियों ने पूरी हिम्मत व जोश से बड़ी-बड़ी नामी गिरामी टीमों का मुकाबला किया। पहले ही चांस में भारत की टीम सेमीफाइनल तक पहुंच गई। हालांकि कुछ कमियां भी रही जिनके लिए और मेहनत करनी पड़ेगी, लेकिन उनको खुशी है कि एक साधारण से खेतीबाड़ी वाले परिवार में पैदा होकर उनकी बेटी आज वर्ल्ड लेवल पर पहुंच गई है। उनकी बेटी ने अपना व परिवार का जो नाम चमकाया है वह उनके लिए सबसे बड़ा अवार्ड है।

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