टीम मैनेजमेंट की मुश्किल: सेमी में कार्तिक-पंत में से किसे खिलाएं; दिनेश के 4 मैच में 14 रन, ऋषभ भी 4 इनिंग्स में फ्लॉप रहे
एडिलेड20 मिनट पहले
टीम इंडिया 10 नवंबर को टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ उतरेगी। लेकिन, टॉप-4 के इस मुकाबले से पहले टीम मैनेजमेंट के सामने एक बड़ा सवाल उठ रहा है और इसे आप मुश्किल भी कह सकते हैं। उसे टीम कॉम्बिनेशन पर एक बार फिर मशक्कत करनी होगी। यह मुश्किल विकेटकीपर बैटर को लेकर है।
सवाल यह है कि नॉकआउट मुकाबले के लिए किसे चुना जाए…? दिनेश कार्तिक को या फिर रिषभ पंत को…?
देखना यह होगा कि कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ का थिंक टैंक किसे मौका देता है। वजह यह है कि पिछले चार मैच में यह दोनों ही उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे।
ग्रुप स्टेज के शुरुआती चार मैच में विकेट के पीछे दिनेश कार्तिक रहे, लेकिन बल्ले के साथ वो महज 14 रन ही बना पाए। ऋषभ पंत की पिछली चार इनिंग्स को देखा जाए तो उन्होंने भी कुछ खास नहीं किया। ऐसे में पढ़िए कार्तिक और पंत के परफॉर्मेंस का एनालिसिस…उससे पहले जानिए यह एनालिसिस जरूरी क्यों है…
पिछले मैच में पंत को मौका मिला
इस समय कार्तिक VS पंत चर्चा हो रही है। क्योंकि, रोहित ने जिम्बाब्वे के खिलाफ आखिरी ग्रुप मैच में पंत को आजमाया। हालांकि, वे भी कुछ खास नहीं कर सके। ऐसे में टीम मैनेजमेंट को एक बार फिर सोचना होगा कि पंत को सेमीफाइनल की प्लेइंग इलेवन में जगह दी जाए या नहीं।
अब देख लेते हैं विकेट के पीछे दोनों का रिकॉर्ड
आगे बात करेंगे कार्तिक-पंत के मजबूत-कमजोर पक्ष के बारे में…लेकिन पहले नजर डालते हैं दोनों के इंटरनेशनल करियर पर…
अब बात करते हैं दिनेश कार्तिक के मजबूत-कमजोर पक्षकी…
बड़े-बड़े शॉट खेलने में माहिर हैं
- कार्तिक बड़े शॉट खेलने में माहिर हैं। फिनिशर की भूमिका बखूबी निभाते हैं। कई अहम मौकों पर टीम को जिताया है।
- विकेट के पीछे शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। पिछले चार मुकाबलों में चार कैच पकड़े हैं।
फिटनेस की समस्या है
- फिनिशर की भूमिका में कार्तिक पाकिस्तान के खिलाफ दवाब में आ गए थे और ऐन मौके पर आउट हुए। बाद में अश्विन ने एक रन लेकर मैच जिताया।
- फिटनेस भी समस्या रही है। एक मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ चोटिल हो गए थे। देखना होगा कि एडिलेड में उन्हें मौका मिलता है या नहीं।
अब बारी पंत की…
ऑस्ट्रेलिया में पंत बेहतर
- भले ही ऋषभ पंत का ऑस्ट्रेलिया में रिकॉर्ड अच्छा रहा है। वे तेज और बाउंसी पिचों पर अच्छा प्रदर्शन करते हैं। इसका उन्हें फायदा मिल सकता है।
- पंत दबाव में नहीं आते हैं और टीम को किसी भी परिस्थिति से उबारने की क्षमता रखते हैं। विकेट के पीछे से गेम चलाते हैं, गेंदबाजों से बातचीत करते रहते हैं।
गलत शॉट खेलकर आउट होते हैं
- आमतौर पर पंत को गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर आउट होते देखा गया है। कई बार वे अहम मौकों पर विकेट फेंकते नजर आए और इसी वजह से उनकी आलोचना भी हुई।
- पिछले चार मुकाबलों में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। उनके नाम ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर महज 23 टी-20 रन दर्ज हैं।
रवि शास्त्री बोले- मैं पंत को चुनूंगा
टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री भी कार्तिक VS पंत चर्चा में शामिल हो गए हैं। उन्होंने कहा- पंत मैच विनर खिलाड़ी हैं। वे फिनिशर की भूमिका बखूबी निभा सकते हैं। कार्तिक अच्छे टीम मैन हैं लेकिन इंग्लैंड के बॉलिंग अटैक को देखते हुए हमें एक अटैकिंग लेफ्ट हैंडर बैटर चाहिए। वैसे भी पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है और हाल ही में वनडे भी जिताया था। मैं पंत को चुनूंगा, क्योंकि वो सेमीफाइनल में एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं।
इसके पहले वीरेंद्र सहवाग ने भी पंत पर ही दांव लगाया था। उन्होंने कार्तिक पर एक तरह से तंज किया था। वीरू ने कहा था- कार्तिक को यह समझना होगा कि ये ऑस्ट्रेलिया के बाउंसी और फास्ट ट्रैक्स हैं। यह बंगलुरू के फ्लैट विकेट नहीं हैं।
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