आईपीएल में वक्त की पाबंदी नहीं: 10.50 बजे खत्म होने वाले मैच 11.30 के बाद तक चल रहे
मुंबई4 मिनट पहले
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- शुरुआती 7 मैच में एक भी पारी तय समय पर पूरी नहीं, मुंबई इंडियंस के खिलाफ रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने घरेलू मैदान पर एक घंटे में 14 ओवर की जगह 10 ही फेंके
टी20 क्रिकेट का दूसरा नाम फटाफट क्रिकेट है, लेकिन इस फॉर्मेट का मेगा टूर्नामेंट आईपीएल धीमा साबित हो रहा है। दर्शकों को मैच के नतीजे के लिए तय समय से ज्यादा इंतजार करना पड़ रहा है और खिलाड़ी भी परेशान हो रहे हैं। हाल ही में चेन्नई सुपर किंग्स और लखनऊ सुपर जाएंट्स के मुकाबले के दौरान जोस बटलर ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा- कृपया इस खेल की रफ्तार बढ़ाइए’।
दरअसल, मुकाबले की पहली पारी 1 घंटे और 48 मिनट में खत्म हुई। आमतौर पर पारी खत्म होने का तय समय 1 घंटे 30 मिनट है। देखने में यह अंतर छोटा लग सकता है, लेकिन वह मैच शाम 7.30 बजे शुरू होकर रात 11.30 बजे के बाद खत्म हुआ। हालांकि, यह सिर्फ एक मैच की कहानी नहीं है।
मौजूदा आईपीएल सीजन की कोई भी पारी तय समय पर पूरी नहीं हुई है। मुकाबले तय समय से लंबे खिंच रहे हैं। नियमों के अनुसार, मैच खत्म होने का तय समय 3 घंटे 20 मिनट का है। शाम 7.30 बजे शुरू हुआ मुकाबला इनिंग ब्रेक मिलाकर भी रात 10.50 बजे तक खत्म हो जाना चाहिए। ऐसा न होने से ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर को भी आर्थिक नुकसान हो रहा है। गुजरात और चेन्नई के बीच अहमदाबाद में खेला गया ओपनिंग मुकाबला तो 4 घंटे से भी ज्यादा समय तक चला था।
सभी पहली पारी 100 मिनट से लंबी गईं
मैच | पारी-1 | पारी-2 |
गुजरात-चेन्नई | 120 | 103 |
पंजाब-कोलकाता | 103 | 86 |
लखनऊ-दिल्ली | 107 | 112 |
हैदराबाद-राजस्थान | 107 | 112 |
बेंगलुरू-मुंबई | 122 |
78 |
चेन्नई-लखनऊ | 108 | 112 |
दिल्ली-गुजरात | 111 | 107 |
ओपनिंग सेरेमनी- कुत्ते से देरी हुई, पेनल्टी भी नहीं मिली
आईसीसी के अनुसार, एक घंटे में लगभग 14 ओवर डालने होते हैं। आईपीएल में स्लो ओवर रेट हमेशा से चिंता का विषय रहा है। इससे निपटने के लिए पिछले साल पेनल्टी का प्रावधान लाया गया। इस प्रावधान के तहत अगर टीम 90 मिनट में 20 ओवर पूरे नहीं कर पाती, तो शेष ओवर में 5 की जगह 4 फील्डर ही 30 गज के दायरे के बाहर रख सकेगी। इसका फायदा बैटिंग टीम को मिलता है और बल्लेबाज लंबे शॉट खेल पाते हैं।
हालांकि, मौजूदा सीजन में यह पेनल्टी सिर्फ सीएसके को लखनऊ के खिलाफ मिली। अंपायरों ने अन्य मुकाबलों में टीमों को पेनल्टी देने का वाजिब कारण नहीं पाया। उनके मुताबिक स्लो ओवर रेट की वजह डीआरएस का धीमा होना इत्यादि हो सकते हैं। उदाहरण के तौर पर उद्घाटन मैच ओपनिंग सेरेमनी के चलते 2 मिनट देर से शुरू हुआ, जबकि चेन्नई-लखनऊ का मैच मैदान पर आए कुत्ते की वजह से 5 मिनट देर से शुरू हुआ।
90 मिनट में 20 ओवर का नियम, बेंगलुरू ने 122 मिनट लिए
आईपीएल के मौजूदा सीजन में 20 ओवर की कोई भी पारी तय समय पर पूरी नहीं हुई है। नियमों के मुताबिक टीम को 20 ओवर 90 मिनट में फेंकने होते हैं। इसमें पारी के दौरान लिया जाने वाला 5 मिनट का स्ट्रेटजिक टाइम आउट ब्रेक भी शामिल है। लेकिन, 2 अप्रैल को मुंबई-बेंगलुरू के मुकाबले में मुंबई इंडियंस की पारी सीजन में सबसे लंबी रही।
उस मुकाबले में बेंगलुरु ख्िए, जो कि मौजूदा सीजन में सबसे ज्यादा है। पारी में एक घंटे में सिर्फ 10 ओवर फेंके गए।
आईपीएल मैच 30 मिनट जल्दी किए, फिर भी फायदा नहीं, दर्शकों की देर रात तक मैच देखने में दिलचस्पी नहीं होती
आईपीएल के मैच देर से खत्म होने का नुकसान ब्रॉडकास्टर को होता है। ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर के मुताबिक रात 10.45 बजे के बाद से टीवी रेटिंग कम होने लगती है, जबकि 11 बजे के बाद इसमें तीव्र गिरावट होती है। इसकी वजह है कि दर्शक देर रात जागकर मैच नहीं देखते। इसी के चलते आईपीएल मैचों का समय रात 8 बजे से घटाकर 7.30 बजे से कर दिया, लेकिन फायदा नहीं हो रहा है।
(*समय मिनटों में/तय समय प्रति पारी 90 मिनट)
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